- बिजली की समस्या पर अधिकारियों ने दिया सॉल्यूशन

- आई नेक्स्ट के ग्रुप डिस्कशन में बिजली कटौती पर पब्लिक-एक्सप‌र्ट्स ने रखे विचार

GORAKHPUR: शहर में बिजली कटौती से हर कोई परेशान है लेकिन आपकी ही जागरूकता इस प्रॉब्लम का सॉल्यूशन भी है। यदि आप बिजली बचाएं तो उसी बिजली से कटौती की प्रॉब्लम दूर हो जाएगी। रविवार को आई नेक्स्ट द्वारा बिजली कटौती पर कराए गए ग्रुप डिस्कशन में ये बातें निकलकर सामने आई। ग्रुप डिस्कशन में पब्लिक ने अपनी समस्या बताई तो अधिकारियों ने समाधान बताते हुए उसमें पब्लिक का सहयोग मांगा। भरोसा दिलाया कि यदि पब्लिक एक-एक वॉट बिजली की बचत शुरू कर दें तो आने वाले दिनों में बिजली की प्रॉब्लम दूर हो जाएगी।

इसलिए गुल होती है बिजली

- अचानक बिजली की मांग का बढ़ जाना

- किसी एक एरिया में अचानक बिजली की खपत बढ़ना

- ट्रांसफॉर्मर पर अनस्टेबल सप्लाई

- जर्जर तार और पोल

- कम क्षमता के बाद अधिक बिजली यूज करना

यहां प्रशासन जिम्मेदार

- सभी एरिया में सही लोड का निर्धारण न करना

- लोकल फॉल्ट अधिक होने वाले एरिया में फॉल्ट रोकने का ठोस उपाय न करना

- समय-समय पर ट्रांसफॉर्मर के तेल की जांच न करना

- ट्रांसफॉर्मर के अनस्टेबल को सही न करना

यह निकला निष्कर्ष

- बिजली बचाने के लिए लोगों को अधिक से अधिक जागरूक होने की जरूरत है

- घरों में जितनी बिजली आवश्यक हो उतना ही उपयोग करें

- घरों में अगर बिजली बचनी शुरू हो गई तो पूरा शहर जगमगा उठेगा

- बिल समय से जमा करें

- बिजली विभाग से कोई भी कंप्लेन हो तो अधिकारियों को तत्काल जानकारी दें

इन नंबर पर कर सकते हैं कंप्लेन

18002000180 - टोल फ्री नंबर, पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम

9415343333- डीके सिंह, चीफ इंजीनियर गोरखपुर जोन

9415203000- एके सिंह, एसई, महानगर विद्युत वितरण निगम

9450963769- डीके लाल एक्सईएन, गोलघर, महानगर विद्युत वितरण निगम

9450963785- आरसी पांडेय, एक्सईएन, बक्शीपुर, महानगर विद्युत वितरण निगम

9450963828- संजय यादव, एक्सईएन, मोहद्दपुर, महानगर विद्युत वितरण निगम

शहर में बिजली कटौती का कोई समय ही नहीं है। स्थिति यह होती है कि अचानक कब बिजली गुल हो जाती और कब बिजली आएगी पता ही नहीं होता है। बिजली न होने की दशा में पूरा कार्य ही ठप हो जाता है।

- संदीप वैश्य, व्यापारी

बिजली व्यवस्था में सुधार हुआ है, लेकिन जितना चाहिए, उतना नहीं हुआ। जिसके कारण अभी भी बिजली कटौती की प्रॉब्लम का सामना लोगों को करना पड़ रहा है।

कीर्तिनिधि पांडेय, सपा नेता

बिजली कटौती के अलावा शहरवासियों के सामने बिजली बिल की भी सबसे बड़ी प्रॉब्लम है। कई बार तो बिना घर आए ही कर्मचारी बिल निकाल देते हैं और पता चलता है कि दो माह बाद बिल आरडीएफ हो गया।

अरुण कुमार वर्मा, व्यापारी

बिजली सप्लाई का दावा केवल हवा-हवाई है। गर्मी आते ही बिजली विभाग के अफसर 24 घंटे बिजली सप्लाई का दावा करने लगते हैं, लेकिन जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है, बिजली कटौती का सिलसिला शुरू हो जाता है और यह सिलसिला पूरे गर्मी भर चलती है।

विनोद कुमार, व्यापारी

रात्रिकालीन कटौती का असर दिन में लोगों की आंखों में दिखता है। दिन में जैसे ही काम करने के लिए लोग आते हैं तो पता चलता है कि उनकी नींद आ रही है। कारण रात को बिजली कटौती के कारण नींद ही पूरी नहीं हो पाई है।

अयूब अली, नागरिक

गोरखपुर के पिछड़ेपन होने के पीछे मुख्य कारण है बिजली। शहर में पर्याप्त बिजली न मिलने के कारण विकास से कोसों दूर है। स्थिति यह है कि आफिस टाइम पर ही बिजली गुल हो जाती है और लोग कार्य करना बंद कर देते हैं।

संदीप वर्मा, नागरिक

किसी भी शहर के विकास में बिजली व्यवस्था की सबसे अहम भूमिका होती है, लेकिन गोरखपुर में कटौती और लोकल फॉल्ट ने यहां के विकास कार्य को पूरी तरह से ठप कर दिया है। लोग छोटे-छोटे उद्योग आज यहां नहीं लगाना चाह रहे हैं। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण बिजली व्यवस्था है।

अनवर हुसैन, कांग्रेस नेता

बिजली अफसर सप्लाई का दावा तो करते हैं, लेकिन बाद में बिजली कटा देते हैं। जब पब्लिक फोन करके पूछती है तो एक ही बयान देते हैं कि लोकल फॉल्ट है जल्द ही बिजली आ जाएगी। उसके बाद कम से कम दो से तीन घंटे बाद बिजली आती है।

अंकित गुप्ता, नागरिक

पब्लिक की जागरूकता से बिजली बचेगी और जब बिजली बचेगी तब लोगों को भी बिजली मिलेगी। अगर शहर में जो बिजली दी जा रही है उतना पैसा मिले तो पर्याप्त मात्रा में बिजली उपलब्ध हो सकती है। बकाया बहुत अधिक होने के कारण बिजली सप्लाई लड़खड़ाई है।

ई। एसपी पांडेय, एक्सईएन, बक्शीपुर

जिनको भी बिजली बिल से संबंधित किसी भी तरह की कोई प्रॉब्लम होती है तो वे अपने एरिया के एक्सईएन या एसडीओ को अप्लीकेशन दे सकते हैं।

- रवि आनंद, सहायक अभियंता, राजस्व