-कई आतंकी वारदातें झेल चुके शहर के पितरकुंडा इलाके में बमों के मिलने का नहीं थम रहा है सिलसिला

-शुक्रवार को भी यहां मिले दर्जनों बम, क्षेत्रीय लोग दहशत में

VARANASI

लगता है जिले का पुलिस और प्रशासनिक महकमा पितरकुंडा में दो महीने पहले ब्लास्ट में हुई छह मौतों के बाद भी नहीं चेता है। क्योंकि दोनों को या तो और मौतों के होने का इंतजार है या फिर पुलिस को कोई डर है जिसके कारण वह यहां इतनी बड़ी घटना के होने बाद भी कोई कदम उठाना नहीं चाह रही है। ये सवाल बार बार उठना इसलिए लाजिमी है क्योंकि पितरकुंडा में आए दिन बमों के मिलने के बाद भी पुलिस व प्रशासन नहीं चेत रहा है। यहां दो दिन पहले ही नालियों में फेंके मिले सैकड़ों सुतली बम को लेकर अभी जांच चल ही रही है कि शुक्रवार को यहां एक बार फिर दर्जनों बम मिलने से पूरा इलाका दहशत में है। कहां से आ रहे हैं ये बम? कौन इनको सड़क और गलियों में फेंक रहा है? ये किसी को नहीं पता लेकिन ये लापरवाही किसी दिन भारी न पड़ जाये। इसको लेकर यहां के लोगों में बेहद डर बना हुआ है।

कूड़े में हो चुका है ब्लास्ट

पितरकुंडा में दीपावली के पहले ख्भ् अक्टूबर को एक मकान में चल रहे अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट होने से एक ही परिवार के छह लोगों की जान चली गई थी। इस घटना के बाद से यहां लगातार बमों के मिलने का सिलसिला जारी है। अक्टूबर में हुए धमाके के बाद अगले ही महीने नवंबर में भी कूड़े के ढेर में हुए ब्लास्ट ने एक को बुरी तरह घायल किया। इस ब्लास्ट से दो दिन पहले भी सैकड़ों बम फेंके मिले थे। शुक्रवार को यहां एक बार भी एक मकान के बाहर दर्जनों बम फेंके होने की सूचना मिलते ही चेतगंज पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। मौके पर पहुंची पहुंची पुलिस ने पानी भरी बाल्टी में मिले बमों को डालकर निष्क्रिय किया।

जा चुकी है रिपोर्ट फिर भी

पितरकुंडा में ख्भ् अक्टूबर को हुई घटना के बाद पुलिस की कार्रवाई के दौरान यहां कई और मकानों में अवैध तरीके से पटाखा बनाने की बात सामने आई थी। पुलिस ने हाथ से बने तेज आवाज के पटाखे बरामद करने के साथ ऐसे लोगों की सूची बनाई थी, जो इस अवैध धंधे से जुड़े हैं। मगर समय बीतने के साथ ही ये सब कुछ ठंडे बस्ते में चला गया। पितरकुंडा व आसपास के क्षेत्रों में अवैध तरीके से पटाखा बनाये जाने की एलआईयू भी कई बार रिपोर्ट दे चुकी है।

कब मिले बम

- ख्भ् अक्टूबर को अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट में छह की मौत।

-क्8 नवंबर को सुतली बम के ब्लास्ट होने से एक घायल।

- ख्0 दिसंबर को नाली में फेंके मिले सुतली बम।

बार-बार सुतली बमों का मिलना कई सवाल खड़ा करता है। ऐसे में पीएसी और पुलिस की संयुक्त टीम बनाकर क्षेत्र के मकानों की जांच की जाएगी। जांच में जो भी दोषी मिलेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

राजेश कुमार, एसपी सिटी