RANCHI: आप शायद यकीन नहीं करें, लेकिन सच यही है कि रांची में मौत का सामान महज 25 रुपए में बिक रहा है। दरअसल, रांची और आसपास के इलाके में विस्फोटक के रूप में इस्तेमाल किया जाने वाला डेटोनेटर इसी दर पर बेचा जा रहा है। यह खुलासा रविवार को बस से 10 हजार पीस डेटोनेटर की बरामदगी और तुपुदाना में छापेमारी के बाद एक घर में मिले विस्फोटक पदार्थो के जखीरा के बाद हुआ है। अनुसंधान में लगे पुलिस अधिकारी सोमवार को इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि रांची में बड़ी आसानी से और काफी सस्ता मौत का सामान बिक रहा है।

घर-घर में है बारूद की ढेर

रांची के आसपास के इलाके जहां क्रशर हैं, उनके एक-एक घर के आसपास बारूद की ढेर है। यहां सप्लायर बंद खदानों के नाम पर अवैध तरीके से बारूद लाते हैं और नक्सलियों, प्रतिबंधित संगठनों को सप्लाई कर देते हैं। रविवार को जिस बस से भारी मात्रा में डेटोनेटर बरामद किया गया है और आरोपी को पकड़ा गया है। उसके मुताबिक, उसे केवल डेटोनेटर पहुंचाने का काम दिया गया था। कहां जाता, क्या यूज होता, इसकी जानकारी पकड़े गए शेखपुरा निवासी रविशंकर पांडेय उर्फ डमरू पांडेय को नहीं है। पर, पुलिस ने आशंका जताई है कि सनोवर खां उर्फ सोनू खान द्वारा नक्सलियों को विस्फोटक सप्लाई किया जानेवाला था।

छह रुपए में एक पीस मिलता है डेटोनेटर

अनुसंधान में लगे पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार जो डेटोनेटर जब्त किया गया है, यह आंध्रप्रदेश के चांदखोल(जाजपुर) में बहुत सस्ते दामों पर मिलता है। डेटोनेटर लेने के लिए खरीदार को कोई कागजात भी शो नहीं करना पड़ता है। इसलिए बिहार, झारखंड के सप्लायर उस जगह डेटोनेटर खरीदने के लिए जाते हैं। रविशंकर पांडेय उर्फ डमरू पांडेय ने पुलिस को बताया है कि वह छह रुपए में एक डेटोनेटर खरीदता था और सनोवर खान को 13 रुपए में बेचता था। सनोवर खान उस डेटोनेटर को खुदरा के रूप में 25 रुपए में बेचता था।

सीआइडी व स्पेशल ब्रांच ने भी की पूछताछ

सोमवार को अपराध अनुसंधान विभाग और स्पेशल ब्रांच की टीम ने भी नामकुम में जाकर पकड़े गए आरोपी रविशंकर पांडेय उर्फ डमरू पांडेय से पूछताछ की। इसमें उसने वही बताया, जो पूर्व में पुलिस को अपने कंफेशन में बता चुका है।

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जहां-जहां है क्रशर, वहां-वहां है बारूद

आंध्रप्रदेश से लाए गए डेटोनेटर की बरामदगी पर पुलिस मुख्यालय गंभीर हो गया है। छानबीन में पता चला है कि जहां-जहां क्रशर है, वहां-वहां बारूद की ढेर है। इस बाबत पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे वैसे क्रशर संचालकों के बारे में छानबीन करेंगे, जो डेटोनेटर के माध्यम से अवैध खनन और ब्लास्टिंग का काम करते हैं। पुलिस अधिकारियों ने लाइसेंसी और गैर लाइसेंसी क्रशर मालिकों की सूची बना कर तलाशी लेने का निर्देश दिया है।

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पहले भी कई बार पकड़ा गया है बारूद

21 मार्च, 2014: पुलिस ने हजारीबाग जिले के नक्सल प्रभावित इलाका दूरागढ़ा जंगल में छापेमारी कर 10-10 किलोग्राम के दो सिलिंडर बम, पांच-पांच किलोग्राम के चार केन बम, दो प्रेशर कुकर बम, पांच-पांच पीस जिलेटिन और डेटोनेटर बरामद किया था।

नौ नवंबर, 2014: लातेहार पुलिस ने कुमाडीह जंगल से 400 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया था। इनमें 1700 पीस डेटोनेटर शामिल थे। पुलिस और कोबरा के जवानों द्वारा चलाए गए संयुक्त अभियान में तबाही का जखीरा बरामद किया गया था। पुलिस ने वहां से आइआइडी बनाने के लिए रखे गए दो सौ प्रेशर कुकर भी बरामद किया था।

छह जून, 2014: इडियन मुजाहिद्दीन के कुख्यात आतंकी हैदर अली उर्फ ब्लैक ब्यूटी की निशानदेही पर नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी(एनआइए) ने रांची में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया था। एनआइए ने विस्फोटक रांची के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर बरामद किया था। धुर्वा थाना क्षेत्र के सीठियो गांव के पास स्थित धुर्वा डैम के किनारे से एनआइए ने टाइमर लगे सात बम को बरामद किया था। आतंकियों की निशानदेही पर कर्बला चौक स्थित एक मकान से डेटोनेटर सहित अन्य विस्फोटक सामान बरामद किए गए थे। रांची के इरम लॉज से एक व्यक्ति की निशानदेही पर 18 बम बरामद किए गए थे। वहीं, कई आरोपी वर्ष 2013 में नरेंद्र मोदी की रैली के दौरान कई बम धमाकों के सिलसिले में हिरासत में लिए गए थे।

16 जुलाई, 2012: झारखंड के प्रमुख औद्योगिक नगर जमशेदपुर से मात्र लगभग 25 किलोमीटर दूर सीमावर्ती इलाका सरायकेला, खरसावां जिले के नक्सल प्रभावित चांडिल थाना क्षेत्र में पुलिस ने टाटा-रांची राष्ट्रीय राजमार्ग पर चिलगू के निकट एक कार से दो सौ पीस डेटोनेटर और लगभग 50 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया था। इस मामले में कार ड्राइवर पटमदा निवासी मनोज सिन्हा को गिरफ्तार किया गया था।

16 अक्टूबर, 2014: झारखंड में गिरफ्तार कुख्यात माओवादी मुखलाल महतो उर्फ मोछू की निशानदेही पर रांची पुलिस ने रांची और बोकारो में उनके दो ठिकानों से 68 केन बम और क्लेमोर माइंस, ग्रेनेड समेत भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया था।

16 अक्टूबर, 2010: रांची पुलिस ने बुंडू के नक्सल इलाकों में अभियान चलाकर दर्जनों जिलेटिन की छड़ें, तारें और अन्य विस्फोटक सामान बरामद किया था। इस मामले में किसी भी नक्सली की गिरफ्तारी नहीं हुई थी।