मोबाइल पर व्यस्त रहने से 79 फीसदी रिश्तों में खटास

फेसबुक से बढ़ रहा रिश्तों में फासला

- पारिवारिक रिश्तों पर असर डाल रही सोशल साइट्स

- पुरुषों को पसंद नहीं पत्‍‌नी का वॉट्सएप यूज करना

आई स्पेशल

सुंदर सिंह

साधनों के संसाधनों में धरतियां सिमटी हुई,

फिर क्या हुआ कि फासले ही फासले चारो तरफ

Meerut। एक ओर जहां सोशल साइट्स ने आपसी मेलजोल का नया प्लेटफार्म मुहैया कराया है तो वहीं दूसरी ओर सोशल साइट्स पति-पत्‍‌नी के रिश्तों में दरार डाल रही है। फेसबुक और वाट्सएप जैसी सोशल साइट्स अब ज्यादातर घरों में झगड़े की वजह हैं। परिवार परामर्श केन्द्र के मुताबिक घरेलू हिंसा की शिकायतों में 79 फीसदी मामलों में पति-पत्‍‌नी के बीच मोबाइल फेसबुक और वाट्सएप जैसी सोशल साइट्स हैं। इनमें 19 फीसदी मामलों में पत्‍‌नी के स्मार्ट फोन के उपयोग से चिढ़े पति तलाक की मांग भी कर डालते हैं। परामर्श केन्द्र द्वारा कांउसलिंग करने के बाद भी मामले कोर्ट तक पहुंच रहे हैं।

घरेलू झगड़ों की वजह

परामर्श केन्द्र की रिपोर्ट के अनुसार एक अप्रैल 2015 से जुलाई 2016 के आंकड़ों पर ही गौर की जाए तो सबसे ज्यादा शिकायतें फेसबुक, वाट्सएप और स्मार्ट फोन को लेकर पहुंची हैं। दिलचस्प बात यह है कि ऐसी शिकायतें सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे परिवारों से हैं। महिलाओं ने शिकायत की है कि उनके पति फेसबुक और वाट्सएप पर चैट करने को लेकर झगड़ा करते हैं। जिसके चलते पहले कहासुनी होती है और फिर बात मारपीट और तलाक तक पहुंच जाती है। घरेलू हिंसा की भी सबसे बड़ी वजह यही सामने आई हैं।

दूर करें गलतफहमी

काउंसलर के अनुसार ज्यादातर पुरुषों की भी यही शिकायत रहती है कि पत्‍‌नी अकेले में वाट्सएप पर चैट करती हैं। जिससे उनके चरित्र पर प्रश्नचिह्न लगता है। जिसे पुरुष कभी बर्दाश्त नहीं कर सकता। इसके साथ ही पत्‍‌नी का माता पिता से शिकायत करना भी पति को पसंद नहीं है। दंपती के मन से दुर्भावना को निकालने की कोशिश की जाती है। लेकिन जब बात नहीं बनती तो मामला दर्ज कर लिया जाता है। फिर कोर्ट कचहरी के चक्कर शुरू हो जाते हैं।

चैटिंग को लेकर बढ़े झगड़े

- 87 फीसदी वाट्सएप पर चैटिंग, शक फोटो को लेकर मारपीट

- 39 फीसदी झगड़े पत्‍‌नी को फेसबुक पर मिले कमेंट और लाइक को लेकर

-21 फीसदी मामले मोबाइल पर बातचीत और चरित्र हनन की शिकायतें

-9 फीसदी मायके वालों से मोबाइल पर बात करना

- 7 फीसदी मामले दहेज प्रताड़ना

वर्जन

सोशल साइट्स घरेलू झगड़ों की बड़ी वजह है। काउंसलिंग के द्वारा गलतफहमी को दूर कर करने की कोशिश रहती है। यदि इसके बाद भी बात नहीं बनती तो मामला दर्ज कर लिया जाता है।

रेणू सक्सेना, परामर्श केन्द्र प्रभारी