वर्चुअल वर्ल्ड पर शुरू हुआ था रोमांस

पुलिस के अनुसार, बज्जू उजमान सेवरी स्थित आदमजी जिवाजी चॉल में रहता था जबकि सरिता मुलुंड (वेस्ट) में रहती थी. फेसबुक के वर्चुअल वर्ल्ड पर दोनों में दोस्ती हुई और कुछ ही हफ्तों में रोमांस परवान पर चढ़ गया. सरिता उस पर इतना रीझ गई कि तुरंत ही उसके साथ बांद्रा के फैमिली कोर्ट में शादी भी कर ली. शादी के बाद दोनों चॉल में रहने आए. वहां बज्जू ने उसे प्रताडि़त करना शुरू कर दिया. इतना ही नहीं नौ दिनों तक उसने अपनी पहले से शादीशुदा जिंदगी की बात भी छिपाए रखी. उसने ब्लेड से सरिता के शरीर पर नौ दिनों में तकरीबन 100 चीरे लगाए.

'fb friend' ने बनाया wife,लगाता था ब्‍लेड से चीरे

परत दर परत खुलते गए राज

जल्दी ही सरिता के वैवाहिक सुखमय जीवन का अंत हो गया जब बज्जू ने उसकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना शुरू कर दिया. यह भी राज खुल गया कि उसका कोई इंपोर्ट-एक्सपोर्ट का बिजनेस नहीं है. एक बार राज खुलने शुरू हुए तो परत दर परत राज फाश होते गए. उसने झूठ कहा कि वह ग्रेजुएट है जबकि बज्जू ने 9वीं के बाद से ही पढ़ाई छोड़ दी थी. सरिता के परिवार के प्रति जल्दी ही उसका व्यवहार बदल गया. उसने धमकी देनी शुरू कर दी और उसे प्रताडि़त करने लगा.

छुटकारा पाने की ठान ली

सरिता ने अब इस नर्क से छुटकारा पाने की ठान ली. 14 अप्रैल को उसने मुलुंड थाने में एक शिकायत दर्ज करा दी. 29 मई को दोनों ने एक काजी और कुछ परिजनों की मौजूदगी में तलाक ले लिया हालांकि तलाक को कोर्ट की कानूनी मंजूरी मिलनी है. इधर बज्जू उसे प्रताडि़त करता रहा. 16 जून को सरिता ने उसके खिलाफ दूसरी शिकायत दर्ज कराई.

फिर शुरू हुआ सितम दर सितम

बज्जू उससे मिलने की कोशिश करने लगा लेकिन सरिता उसे इग्नोर करने लगी. बज्जू ने बदला लेने की ठानी और आनन फानन में एक षडयंत्र बना डाला. 17 जून को निर्मल लाईफस्टाइल के पास वह घात लगाकर बैठा और अपहरण कर सरिता को अपने सेवरी स्थित चॉल में ले गया. वहां लात-घूंसों से उसने सरिता की पिटाई की. सरिता का हर बचाव उसे और उग्र बना देता था.

'fb friend' ने बनाया wife,लगाता था ब्‍लेड से चीरेप्रताड़ना के लिए नया हथियार

जल्दी ही बज्जू ने सरिता को प्रताडि़त करने के लिए एक नए हथियार ब्लेड का इस्तेमाल शुरू कर दिया. अगले नौ दिनों तक वह उस पर ब्लेड से वार करता रहा. कभी हाथ पर, कभी चेहरे पर तो कभी गर्दन पर. बज्जू ने सरिता के शरीर पर तकरीबन 100 चीरे लगा डाले. उसकी दर्द भरी चीखों से बज्जू घबराकर उसे एक प्राइवेट क्लीनिक ले गया.

कर डाली सुसाइड की प्लानिंग

लेकिन साथ ही उसने सरिता के सुसाइड का भी प्लान बना डाला. क्लीनिक ले जाते वक्त रास्ते में उसने सरिता की मोबाइल से फोटो खींची और उसी के नाम से उसकी बहन को मैसेज भेज दिया. जिससे ऐसा लगे कि वह सुसाइड करने जा रही है. मैसेज में उसने किसी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने से भी मना किया. ट्रीटमेंट कराने के बाद वह सरिता को फिर से घर ले गया ताकि अपने मंसूबों को अमली जामा पहना सके. इसमें यह भी आश्चर्यजनक है कि क्लीनिक के किसी स्टाफ ने थाने में कोई सरिता के जख्मों को लेकर कोई शिकायत नहीं की.

फिर मिली नरक से मुक्ति

26 जून को सरिता उसके चंगुल से बच निकली और उसने अपने वकील सत्यम दूबे के माध्यम से कुछ पुलिस अधिकारियों को शिकायत की. 3 जुलाई को पुलिस ने बज्जू और दो के खिलाफ एफआईआर दर्ज की. बज्जू को अरेस्ट कर पुलिस ने गुरुवार को उसे मुलुंड कोर्ट में पेश किया जहां से उसे 14 जुलाई तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. बज्जू के खिलाफ मारपीट करने, धारदार हथियार से चोट पहुंचाने, जबरन बंधक बनाने, अपहरण कर शादी के लिए बाध्य करने, जान से मारने की धमकी देने, आर्म्स एक्ट सहित आईपीसी की धाराओं में मामला दर्ज किया है.

क्रिमनल बैकग्राउंड

जांच के दौरान पुलिस का पता चला कि बज्जू के पिता 1993 मुंबई बम ब्लास्ट में एक्युज्ड थे. उसके खिलाफ पहले 16 आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं. इनमें से 13 तो आरएके मार्ग थाने में ही दर्ज हैं. पुलिस ने उसके पास से तीन हथियार भी बरामद किए हैं. वह उधार देने का धंधा करता था.

Courtesy: Mid Day

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