सैन फ्रांसिस्को (आईएएनएस)। डेटा शेयरिंग को लेकर दिग्गज सोशल मीडिया साइट 'फेसबुक' इन दिनों काफी विवादों में घिरा है। अपने नए बयान में फेसबुक ने कहा है कि वो नेटफ्लिक्स या स्पॉटीफाई जैसे अपने सहयोगियों को यूजर्स की परमिशन के बिना उनके प्राइवेट मैसेज को पढ़ने की इजाजत कभी नहीं देता है। प्रोडक्ट पार्टनरशिप विभाग में फेसबुक के वाईस प्रेसिडेंट इमे आर्किबॉन्ग ने बुधवार को कहा कि सोशल नेटवर्किंग कंपनी ने अपने प्रोडक्ट में मैसेजिंग क्षमताओं को विकसित करने के लिए चार साझेदारों के साथ मिलकर काम किया लेकिन इससे यूजर्स के डेटा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा हैं। उन्होंने कहा कि जब तक यूजर्स थर्ड पार्टी पर फेसबुक लॉगिन नहीं करेंगे तब तक उनके प्राइवेट मैसेज को हमारे सहयोगी नहीं पढ़ सकते हैं।

मीडिया रिपोर्ट के बाद फेसबुक ने दी सफाई

बता दें कि न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि फेसबुक बड़ी तकनीक कंपनियों और नेटफ्लिक्स या स्पॉटिफी जैसे लोकप्रिय ऐप्स को अपने यूजर्स की व्यक्तिगत जानकारी तक पहुंचने की अनुमति देता है। इसी विवाद पर फेसबुक ने दूसरी बार अपनी सफाई दी है। आर्किबॉन्ग ने कहा कि हमारे उद्योग में ऐसी तकनीक आम हैं, एप्पल और अन्य कंपनियां भी अपने सहयोगियों को यूजर्स की अनुमति के बाद ऐसी सुविधा देती हैं। उन्होंने बताया कि इस अनुभव के बारे में सार्वजनिक रूप से चर्चा की गई थी। यूजर्स को स्पष्ट कर दिया गया था कि उनका डेटा तभी साझा होगा जब वह फेसबुक के साथ इन सेवाओं में लॉग इन करेंगे।

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