- सदर और चारबाग के बीच रेलवे ट्रैक पर मिले क्षत-विक्षत शव

- दोनों घर से भागे थे विधूना थाने में दर्ज कराया था लड़की पक्ष ने केस

- आपस में रिश्तेदार थे युवक और युवती, आधार कार्ड से हुई पहचान

LUCKNOW :

प्यार को परवान न चढ़ता देख प्रेमी युगल ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। दोनों का शव शुक्रवार सुबह चार बजे सदर से चारबाग स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर क्षत-विक्षत हालत में मिला। रेलवे चौकीदार की सूचना पर पहुंची जीआरपी ने शवों को कब्जे में लिया। पास पड़े सामान में पुलिस को युवती का आधार कार्ड मिला। इसके आधार पर उसके परिजनों से संपर्क किया गया। दोनों औरैया के विधूना इलाके के रहने वाले हैं और करीब एक सप्ताह पहले घर से भागे थे। लड़की पक्ष ने थाने में युवक पर लड़की को बहसा फुसला कर भगा ले जाने का आरोप लगाकर केस भी दर्ज कराया था।

सीमा विवाद में उलझी पुलिस

हुसैनगंज थाना क्षेत्र के सदर में स्थित रेलवे की वाशिंग लाइन पर सुबह लोगों ने एक युवक और युवती का शव पड़ा देखा। पहले इसकी सूचना हुसैनगंज पुलिस को दी गई, लेकिन हुसैनगंज पुलिस ने मामले को जीआरपी का बताकर पल्ला झाड़ लिया। जीआरपी पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों की जांच पड़ताल के बाद उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जीआरपी इंस्पेक्टर का कहना है कि युवती के पास से आधार कार्ड मिला है। जिस पर औरैया निवासी अनामिका नाम लिखा है। लड़के के पास से कोई पहचान पत्र नहीं मिला। इंस्पेक्टर जीआरपी का कहना है कि जांच की जा रही है कि मामला आत्महत्या का है या कोई हादसा।

विधूना थाने में दर्ज है केस

जीआरपी इंस्पेक्टर ने बताया कि आधार कार्ड के आधार पर जांच पड़ताल की गई तो पता चला कि मरने वाला युवक भी औरैया का है। इसका नाम मंजीत बताया जा रहा है। मंजीत अनामिका के चचेरे भाई की पत्नी का भाई है। दोनों के बीच अफेयर था लेकिन परिवार वाले उनका विरोध कर रहे थे। करीब एक सप्ताह पहले दोनों सामान के साथ घर छोड़ कर भाग निकले थे। अनामिका के परिजनों ने विधूना थाने में केस भी दर्ज कराया था।

घर वालों से हुई थी बात

घर छोड़ने के बाद अनामिका और मंजीत की घरवालों से कई बार बात हुई थी। परिजन उन्हें वापस बुला रहे थे। दोनों को आंशका थी कि वापस लौटने पर वह न केवल एक दूसरे से अलग हो जाएंगे, बल्कि पुलिस मंजीत को जेल भी भेज देगी। एक सप्ताह से इधर-उधर रहने से उनके पैसे भी खत्म हो गए थे। आशंका जताई जा रही है कि इसी के चलते दोनों ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी।

कहीं ऑनर किलिंग तो नहीं

स्थानीय लोगों का कहना है कि मामला ऑनर किलिंग का भी हो सकता है। आशंका जताई जा रही है कि इनकी हत्या कर शवों को यहां फेंका गया है। हालांकि जीआरपी हत्या, हादसा और साजिश तीनों बिन्दुओं पर जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि केवल अनामिका के सामान से आधार कार्ड मिला है जबकि मंजीत के पास कुछ भी नहीं मिला।

कई घंटे पड़े रहे शव

जीआरपी और हुसैनगंज पुलिस के सीमा विवाद के चलते कई घंटे तक शवों को रेलवे ट्रैक से नहीं हटाया जा सका। सुबह करीब 7.30 बजे शवों को कब्जे में लेकर रेलवे ट्रैक को साफ किया गया।

ट्रेन हुई प्रभावित

ट्रैक पर शव मिलने से यहां एक घंटे तक ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहा। मालदा टाउन जाने वाली फरक्का एक्सप्रेस करीब एक घंटे तक चारबाग रेलवे स्टेशन पर खड़ी रही। बेगमपुरा एक्सप्रेस, दून एक्सप्रेस, त्रिवेणी एक्सप्रेस, फैजाबाद कानपुर इंटरसिटी, प्रतापगढ़ इंटरसिटी, गंगा गोमती समेत करीब एक दर्जन ट्रेनें 35 मिनट से एक घंटे तक प्रभावित रहीं।