अभी पहले एक किमी का किराया 6.39 रुपए

इसके बाद 3.04 पैसे प्रति आधे किमी पर

नई दर प्रथम किमी के लिए 8.10 रुपए होगी

2014 में बनाई गई थी योजना

- दिसंबर तक शहर के ऑटो में लगा दिए जाएंगे मीटर

- मीटर के अनुसार ही यात्रियों को देना होगा किराया

- निर्धारित किराए में दो रुपए इजाफा करने की तैयारी

LUCKNOW :

राजधानी में ऑटो मीटर फेयर लागू करने की तैयारी है। इसके लिए शासन स्तर पर बैठक हो चुकी है। जल्द ही ऑटो में मीटर लगाए जाने के नियम और शर्ते डिसाइड की जाएंगी इसके बाद मीटर लगाने का टेंडर निकाला जाएगा। परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार दिसंबर में शहर में ऑटो मीटर लगाने का काम शुरू हो सकता है। इसके साथ ही मीटर फेयर भी रिवाइज किया जाएगा। निर्धारित किराए में दो रुपए प्रति किमी तक का इजाफा किया जा सकता है।

बैठक में दिए गए निर्देश

परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार बीते सोमवार को प्रमुख सचिव परिवहन ने ऑटो मीटर फेयर पर बैठक की। जिसमें दिल्ली की तर्ज पर ऑटो में मीटर लगाने पर विचार किया गया। बैठक में एक बार फिर से शहर में चलने वाले ऑटो में मीटर के हिसाब से किराया लिए जाने और अधिकारियों को वाहनों में मीटर लगाने के लिए टेंडर जारी करने के आदेश दिए गए।

आती हैं समस्याएं

तीन साल पहले 2014 में बनी इस योजना के अब लागू न होने में आने वाली समस्याओं के बारे में भी बैठक में चर्चा हुई थी। बताया गया कि राजधानी में लोग मीटर नहीं शेयरिंग के हिसाब से चलते हैं। यही एक ऑटो में पूर्व निर्धारित दर के अनुसार एक यात्री सफर करेगा तो ऑटो चालकों की कमाई कम हो जाएगी। ऐसे में एक बार फिर से किराए पर मंथन कर किराए की नई दर लागू की जाएगी।

अभी यह है किराया

अब तक ऑटो में मीटर फेयर के लिए किराया प्रथम किमी के लिए 6.39 रुपए निर्धारित है। इसके बाद हर आधे किमी पर 3.04 रुपए प्रति की दर से किराया निर्धारित है। बैठक में किराया दो रुपए बढ़ाए जाने पर सहमति बन गई है। ऐसे में प्रथम प्रति किमी 8.10 रुपए किराया निर्धारित किया जाएगा।

पहले भी कर चुके विरोध

लखनऊ ऑटो रिक्शा थ्री व्हीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज दीक्षित ने बताया कि वे पहले भी ऑटो मीटर फेयर का विरोध कर चुके हैं। विभाग को अब तक दो बार इसे लेकर ज्ञापन भी दिया जा चुका है। संघ ने पहले प्रथम किमी के लिए 25 रुपए और इसके आगे प्रति किमी के लिए दस रुपए दर निर्धारित करने की मांग की थी। जल्द ही इसके लिए एक और मांग पत्र परिवहन विभाग के अधिकारियों को सौंपा जाएगा।

ऑटो फेयर मीटर के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हाल ही में इसके लिए बैठक आयोजित की गई। ऑटो में मीटर लगाने वाली कंपनी का नाम फाइनल होने के बाद इसकी शुरुआत हो जाएगी।

अनिल मिश्रा, डीटीसी