- रेलवे में जॉब के नाम पर तीन युवक हुए फर्जीवाड़े का शिकार, ठग को पकड़कर किया पुलिस के हवाले

- फर्जी नियुक्ति पत्र और आई कार्ड लेकर पीडि़त पहुंचे सीपीआरओ के पास

GORAKHPUR: बेरोजगारी का दंश झेल रहे यूथ को रेलवे में जॉब दिलवाने का झांसा देकर शातिर हर दिन ठग रहे हैं। सिटी के साथ यूपी और अन्य प्रदेश के यूथ को ग्रुप-डी में भर्ती के नाम पर नए-नए तरीके से ठगा जा रहा है। कई केस उजागर होने के साथ ही पुलिस और रेलवे के विजिलेंस डिपार्टमेंट ने कुछ लोगों को पकड़ा भी है। हालांकि अभी तक रेलवे और पुलिस इस गेम के मास्टर माइंड तक नहीं पहुंच सकी है। मंडे को इसी क्रम में तीन युवक फर्जी नियुक्ति पत्र और आई कार्ड लेकर सीपीआरओ ऑफिस पहुंचे। अपने साथ हुई ठगी की कहानी सुनाई। सीपीआरओ अलोक सिंह ने मामले की जांच विजिलेंस डिपार्टमेंट को दी है। सीआईवी टीम ने तीनों युवकों से पूछताछ के बाद इनवेस्टिगेशन शुरू कर दी।

कांट्रेक्ट ड्यूटी की बात पर खुला मामला

रेलवे में नौकरी दिलाने के फर्जी गेम में इस बार मास्टर माइंड एक कदम आगे निकल गए। कॉल लेटर के बाद इस बार युवकों को न केवल ज्वानिंग लेटर थमा दिया बल्कि उनकी पोस्टिंग लेटर और आई कार्ड भी दे दिया। सारे पेपर देने के बाद उन्हें रेलवे के वर्कशाप में कांट्रेक्ट वर्क पर ड्यूटी तक लगा दी। कांट्रेक्ट पर ड्यूटी की बात सामने आने पर फर्जीवाड़े खुल गया। पीडि़त युवकों ने धोखाधड़ी करने वाले वृद्ध को पकड़ लिया और क्00 नंबर पर सूचना देकर पुलिस के हवाले कर दिया।

ऐसे रची ठगी की कहानी

बेलीपार के पेवनपुर निवासी जय सिंह की टीपी नगर चौराहे पर फर्नीचर की दुकान है। उनकी दुकान पर शाहपुर में रहने वाले पशुराम नाम का व्यक्ति आता-जाता था। जय ने बताया कि करीब सात महीने पहले पशुराम ने रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा दिया और एक फार्म लेकर आया। एक पेज के फार्म पर साइन करने के साथ म् फोटो लिया और दो सादे पेज पर साइन कराया। जय की रेलवे में जॉब की बात सुनकर पड़ोस में फर्नीचर शॉप चलाने वाला हड़या बेलीपार निवासी राजेश निषाद और महेवा चुंगी टीपी नगर में रहने वाला अजय गुप्ता ने भी पशुराम से संपर्क किया। तीनों युवकों से फार्म भरवाने से लेकर मेडिकल कराने तक के बीच में पशुराम ने करीब सवा दो लाख रुपए लिए थे।

फर्जी मेडिकल टेस्ट भी करा दिया था

तीनों युवकों ने बताया कि नौकरी के आवेदन के साथ कुछ दिन बाद पशुराम ने भर्ती प्रक्रिया के तहत उनका मेडिकल टेस्ट भी कराया। तीनों को लेकर वह रेलवे हॉस्पिटल पहुंचा और वहां स्थित एक कमरे में तीनों का मेडिकल टेस्ट प्रक्रिया भी पूरी की गई। कुछ दिन पहले पशुराम ने तीनों युवकों को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर, पोस्टिंग लेटर और आई कार्ड भी दिया था।

नौसढ़ से पकड़ा ठग को

ज्वाइनिंग लेटर और बस्ती में पोस्टिंग लेटर मिलने के बाद तीनों युवक ने पशुराम से जॉब ज्वाइन करने की बात कही तो वह तीनों को लेकर यांत्रिक कारखाने पहुंचा और ठेकेदार राजकुमार के अंडर में संविदा पर काम करने के लिए लगा दिया। ठेकेदार ने कांट्रेक्ट के जानकारी तीनों युवकों को दी तो उनके होश उड़ गए। 9 जुलाई को मामले का खुलासा हुआ और तीनों युवकों ने अपने पैसे वापस करने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया। क्0 जुलाई को तीनों युवकों ने नौसढ़ चौराहे पर उसे पकड़ लिया और क्00 नंबर पर सूचना देकर बेलीपार पुलिस के हवाले कर दिया।

विजिलेंस डिपार्टमेंट ने शुरू की जांच

बेलीपार पुलिस ने मामला शाहपुर का होने के चलते उसे शाहपुर पुलिस के हवाले कर दिया। तीनों युवकों ने शाहपुर थाने में शिकायत भी दर्ज कराई। मंडे को तीनों युवक फर्जी दस्तावेज लेकर रेलवे के सीपीआरओ अलोक सिंह के पास पहुंचे। पूरे मामले की जानकारी के बाद सीपीआरओ ने इस मामले की जांच रेलवे के विजिलेंस डिपार्टमेंट से कराने की बात कही। विजिलेंस डिपार्टमेंट ने तीनों युवकों से पूछताछ कर रही है।

तीन युवक रेलवे में नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़े की शिकायत लेकर आए थे। सीपीआरओ ने इस मामले की जांच विजिलेंस डिपार्टमेंट को सौंपी है।

एसपी मिश्रा, पीआरओ, एनईआर

रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर पैसे ऐंठने के मामले में तीन युवकों ने एक वृद्ध को पकड़कर पुलिस को सौंपा है। अभी तक तहरीर नहीं मिली है।

रमाकर यादव, एसओ शाहपुर