फीरोजाबाद: अस्पतालों में बायोमैट्रिक मशीन इसलिए लगाई गई थीं, ताकि लापरवाह चिकित्सक समय से अस्पताल आना शुरू हो जाएं। पर उन्होंने तो अपने लिए ईजाद की गई इस हाईटेक समस्या का भी इलाज ढूंढ लिया। आठ घंटे की ड्यूटी ठीक से न करने वाले चिकित्सक अचानक 24 से 36 घंटे की ड्यूटी लगातार करने लगे। डीएम के निर्देश पर जांच को निकले मुख्य विकास अधिकारी ने चिकित्सकों का ये खेल पकड़ लिया। जिलाधिकारी विजय किरन आनंद को शिकायतें मिल रही थीं कि जिला अस्पताल सहित प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर बायोमैट्रिक हाजिरी सिस्टम लागू होने के बावजूद चिकित्सकों की उपस्थिति में खास सुधार नहीं हुआ है। हकीकत जानने के लिए डीएम ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। सोमवार को उन्होंने सीडीओ सुजीत कुमार को जांच के लिए सामुदायिक केंद्र सिरसागंज भेजा। सीडीओ सुबह नौ बजे वहां पहुंच गए। बायोमैट्रिक हाजिरी का रिकॉर्ड निकलवाया तो पता चला कि कई चिकित्सकों ने जून में कई बार 24 से 36 घंटे तक की ड्यूटी की। सीडीओ ने बताया कि ऐसा कर इन चिकित्सकों द्वारा बाद में दो दो या तीन तीन दिन की छुट्टी ली गईं। जो कि गलत है। भविष्य में ऐसा न हो इसके लिए अब ड्यूटी और छुट्टी का रोस्टर तय कर दिया गया है। साथ ही निर्देश दिए गए हैं कि सभी चिकित्सक एवं कर्मचारी 8 से 12 घंटे की ही ड्यूटी करें। सीडीओ ने बताया कि इस स्वास्थ्य केंद्र में जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत काफी कम केस पाए गए। शौचालय में काफी गंदगी नजर आई।