RANCHI: सिविल कोर्ट कैंपस में फर्जी बेलर बनकर जमानत कराने वाला गैंग सक्रिय है। इसमें कई एजेंट भी शामिल हैं। ये 200 से 500 रुपए लेकर आरोपी के जमानतदार बन जाते हैं। मंगलवार को इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब कोतवाली पुलिस ने फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस और जमीन की रसीद से जमानत लेने के मामले में कोतवाली पुलिस ने दो आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। जेल भेजे जानेवालों में कांके के कोगें निवासी मो एनुल हक के ड्राइविंग लाइसेंस व जमीन की रसीद का इस्तेमाल जमानत के लिए मो शकील ने किया था। जब एनुल हक को कोर्ट से नोटिस मिला तब पाया गया कि उसके साथ धोखाधड़ी की गई है। इस मामले में बुधवार को कोतवाली के डीएसपी भोला प्रसाद सिंह के आदेश पर फर्जी बेलर अदालत में प्रस्तुत करने, जाली कागजात तैयार करने के मामले में अधिवक्ता एजाज अहमद को नोटिस भेजा है। यह नोटिस कोतवाली थाने के जमादार रवि शंकर मिश्रा ने अदालत जाकर पहुंचाया है।

शिव शर्मा मामले में भी फर्जी जमानतदार ने लिया था बेल

कावेरी रेस्टोरेंट के मालिक लव भाटिया पर पिछले साल 19 नवंबर की रात जानलेवा हमला मामले में आरोपी कुख्यात शिव शर्मा को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई। सिटी डीएसपी ने जब शिव शर्मा के जमानतदारों की कुंडली खंगाली तो सभी फर्जी निकले। गौरतलब हो कि लव भाटिया पर हुए जानलेवा हमला मामले में आरोपी अपराधी शिव शर्मा का फर्जी जमानतदार बनने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। साथ ही साथ शिव शर्मा के बेल को रद करने के लिए अदालत में अपील की गई थी।

अपराधियों-जमानदतारो की खंगालेगे कुंडली (बॉक्स)

रांची पुलिस ने कोर्ट से फर्जी जमानत पर छूटे अपराधियों पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है। उन अपराधियों की लिस्ट बनाई जा रही है, जिन्हें फर्जी जमानतदारों के मार्फत बेल दिलाया गया है। इसके अलावा जेल से छूटे सभी अपराधियों व उसके जमानतदारों की भी कुंडली खंगाली जा रही है।

फर्जी जमानत पर हर दिन 10 बेल (बॉक्स)

बताया जाता है कि कोर्ट को गुमराह कर हर दिन करीब 10 फर्जी जमानत की रिपोर्ट सामने आई है। फर्जी जमानत कराने की फीस जमानत राशि की दस प्रतिशत रकम रहती है। जैसे दस हजार की जमानत की फीस एक हजार रुपए होती है। इसमें पांच सौ एजेंट रखता है और बदले में फर्जी साइन व सील से तैयार भू- ऋण पुस्तिका बनाकर देता है।

कोट

जैसे-जैसे सूचना मिलती है। पुलिस उसी आधार पर कार्रवाई करती है। कोतवाली पुलिस कई फर्जी बेलरों को पहले भी गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

-श्यामानंद मंडल, इंस्पेक्टर, कोतवाली