-पे्रमनगर के कोहाड़ापीर में सामान खरीदने के बाद दुकानदार को दी फेक करेंसी

-शक होने पर दुकानदार ने किया पुलिस को फोन, पुलिस ने आरोपी को दबोचा

<-पे्रमनगर के कोहाड़ापीर में सामान खरीदने के बाद दुकानदार को दी फेक करेंसी

-शक होने पर दुकानदार ने किया पुलिस को फोन, पुलिस ने आरोपी को दबोचा

BAREILLY: BAREILLY: शहर में नकली ब्रांडेड जूते, नकली पेट्रोल डीजल, नकली मोबिल ऑयल के बाद अब फेक करेंसी भी ट्यूजडे रात को पुलिस ने पकड़ी है। प्रेम नगर पुलिस ने नैनीताल रोड पर जीआरएम स्कूल के गेट के पास से एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। तस्कर के पास क्0 हजार रुपए की फेक करेंसी बरामद हुई। इनमें ख्000 रुपए के तीन और भ्00 रुपए के आठ नोट मिले हैं। सभी नोट एक ही सीरीज के हैं। आठ घंटे तक पूछताछ के बाद पुलिस ने वेडनसडे दोपहर में आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। फेक करेंसी को शहर में पहुंचाने या तैयार करने वाले नेटवर्क की पड़ताल के लिए पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी।

भ्00 रुपए की दी थी फेक करेंसी

फेक करेंसी के साथ पकड़ा गया युवक रहीस खां भोजीपुरा के डहिया गांव का निवासी है। ट्यूजडे रात करीब साढ़े दस बजे रहीस गुलाब राय स्कूल के पास एक दुकान पर सामान लेने के दौरान भुगतान के लिए भ्00 रुपए की फेक करेंसी दी। नोट के कागज और छपाई में अंतर होने पर दुकानदार को नोट फेक होने का शक हुआ। तब उसने ने दूसरा नोट दिया। यह नोट भी पहले वाले की तरह ही दिखा तो दुकानदार ने पुलिस को खबर की। सूचना पर पहुंची प्रेमनगर पुलिस ने युवक को दबोच लिया। तलाशी में उसके पास से क्क् फेक करेंसी बरामद हुई। यह कुल क्0 हजार रुपए थे। इसमें ख्000 के तीन नोट और भ्00 के आठ नोट मिले।

स्कैन प्रिंटर से तैयार किए गए नोट

पुलिस ने फेक करेंसी को कब्जे में लेकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। थाने में करेंसी का असली करेंसी से मिलान करने पर इनका कागज और छपाई अलग-अलग दिखे। पुलिस के मुताबिक यह जाली करेंसी ग्लेस पेपर जैसे कागज पर कम्प्यूटर पर स्कैन कर के कलर प्रिंट किए गए। स्कैनिंग प्रिंटर से निकलने के बाद जाली नोटों को असली के आकार में काटा गया है।

खुद को बताया कारोबारी

पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की तो युवक ने खुद का भोजीपुरा में आम का बाग और कारोबार होना बताया। कहा कि रुपए व्यापारियों से भुगतान में आए थे। उसे फेक होने का पता नहीं चला, जबकि भ्00 के सभी नोटों की सीरीज (क्एटी ब्7म्9भ्ख्) और ख्000 रुपए के नोटों की सीरीज (भ्एलए 8ख्म्ब्9ख्) एक ही थी।

वर्जन

रहीस खां के पास से नए प्रचलन वाली मुद्रा की फेक करेंसी मिली हैं। पूरी करेंसी एक ही तरह के और एक ही सीरीज की हैं। यह करेंसी कहां से तैयार की गई और यहां किसे देने आया था, इसकी पड़ताल की जा रही है।

-राजेश सिंह, प्रभारी निरीक्षक प्रेम नगर

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कई बार पकड़े जा चुके जाली नोट

बरेली में जाली नोट पकड़े जाने का यह कोई पहला मामला नहीं है। बरेली में अक्सर जाली नोट पकड़े जाते हैं। कई बार आरबीआई लखनऊ की ओर से कोतवाली में जाली नोटों के मिलने की एफआईआर दर्ज करा चुकी है। करीब डेढ़ साल पहले सुभाषनगर में जाली नोट बनाकर सप्लाई करने के मामले में तीन लोग गिरफ्तार हुए थे। जाली नोट आवास विकास कालोनी में प्रिंटर से छापे जा रहे थे। पुलिस असली मास्टरमाइंड को गिरफ्तार नहीं कर सकी थी। ख्म् जुलाई ख्0क्म् को बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम की मशीनों में मिले क्7 हजार के नोट पकड़े गए थे। वर्ष ख्0क्0 में अलीगंज में चार लाख के जाली नोट की खेप पकड़ी गई थी।