-नक्सली हमले की धमकी देने वाले का आईडी भी निकला फेक

-बिहार जाकर भी ट्रेस नहीं कर सकी धूमनगंज पुलिस

-पहले भी कई बड़े मामलों में नहीं हो सका है खुलासा

<-नक्सली हमले की धमकी देने वाले का आईडी भी निकला फेक

-बिहार जाकर भी ट्रेस नहीं कर सकी धूमनगंज पुलिस

-पहले भी कई बड़े मामलों में नहीं हो सका है खुलासा

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: सीआरपीएफ कमांडेंट को नक्सली हमले की धमकी देने वाले बदमाश को पुलिस ट्रेस नहीं कर पा रही है। क्योंकि धमकी देने वाले ने जिस नंबर से कॉल किया था, उसकी आईडी फेक निकली। सर्विलांस की मदद से पुलिस ने ट्रेस किया तो बिहार के सीवान जिले का रहने वाला किसी एके सिंह नामक व्यक्ति के नाम सिम कार्ड निकला। उसी नंबर से सीआरपीएफ के कमांडेंट को धमकी मिली थी। लेकिन जब धूमनगंज पुलिस वहां पहुंची तो उस नाम और पते का कोई व्यक्ति नहीं मिला।

कॉल डिटेल खंगालने में जुटी

धूमनगंज एसओ विजय प्रताप ने बताया कि सीआरपीएफ के कमांडेट उमेश बाबू मिश्रा को मैसेज के थ्रू धमकी मिली थी। पुलिस ने कॉल करने वाले नंबर को ट्रेस किया। जांच में पता चला कि वह नंबर बिहार का है। चौकी इंचार्ज बृजेश द्विवेदी अपनी टीम के साथ बिहार गए। लेकिन वहां पुलिस एके सिंह नामक व्यक्ति को ट्रेस नहीं कर सकी। अब पुलिस कॉल डिटेल के आधार पर जांच में जुटी है। यह पता लगाया जा रहा है कि वह अपने नंबर से किससे-किससे बात करता है।

हमेशा हो जाती है घनचक्कर

फेक आईडी और एड्रेस के चक्कर में पुलिस पहली बार परेशान नहीं हुई है। हमेशा ही यह होता है। कोई भी क्रिमिनल कभी भी अपनी ओरिजिनल डॉक्यूमेंट के साथ सिम कार्ड नहीं लेता। एक दो नहीं बल्कि दर्जनों सिम कार्ड उनके पास होते हैं। ऐसा करने वाले शातिर बदमाश उस नंबर से अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से भी कांटेक्ट नहीं करते, जिसके कारण उनके बारे में पता लगाना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो जाता है।

नैनी जेल नो लिमिट

अगर बात अपने इलाहाबाद की करें तो पता चलता है कि नैनी जेल में हमेशा ही बदमाश फोन से बात करते हैं। जेल के अंदर से ही धमकी देते हैं। कई बदमाश जेल के अंदर ही दर्जनों सिम कार्ड रखते हैं। अपने मोबाइल फोन पर नंबर बदल कर कॉल करते हैं.जेल के अंदर यह गेम तब चलता है जब जेल के अंदर जाने वालों की तीन बार चेकिंग होती है और जेल मैनुअल के तहत अंदर मोबाइल यूज करना गैर कानूनी है। लेकिन पुलिस सब कुछ जानकर भी कुछ नहीं कर पाती। क्योंकि सारा खेल फेक आईडी पर होता है।

डॉक्टर को धमकी देने वाले का पता नहीं

कुछ माह पहले शहर के फेमस डॉक्टर कार्तिकेय शर्मा को धमकी मिली थी। रंगदारी मांगी गई। रंगदारी न मिलने पर जान से मारने की धमकी मिली। पुलिस के साथ सर्विलांस टीम भी इस हाई प्रोफाइल मामले की जांच में जुट गई। जांच में पता चला कि नंबर पंजाब का है। वहीं से कॉल भी किया गया। पुलिस की एक टीम जांच करने वहां पहुंच गई। लेकिन फेक आईडी होने के कारण पुलिस आज तक उसे ट्रेस नहीं कर सकी।