- एक साल पहले हुई थी सहारागंज माल में दोस्ती

- कार में आईपीएस की कैंप रखकर चलता था आरोपी युवक

- विश्वास जीत कर नंबर कराया था पोर्ट, पासवर्ड बदल अकाउंट से उड़ाया कैश

- पहले से शादीशुदा है युवक, खुलासा होने पर दे रहा था धमकी

LUCKNOW : फर्जी आईपीएस बनकर एक युवक मेडिकल की छात्रा को एक साल से शादी का झांसा देता रहा। इस दौरान उसने धोखे से छात्रा के अकाउंट से दो बार पैसे भी निकाले। छात्रा को जब युवक के शादीशुदा होने की जानकारी हुई तो उसने इसकी शिकायत युवक के पिता से की। आरोपी के पिता ने उसका सर्पोट करते हुए अपने आप को फर्जी एसपी सिटी बताकर उस पर दबाव बनाने लगा। इस पर छात्रा ने हजरतगंज कोतवाली में पिता पुत्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।

एक साल पहले हुई थी दोस्ती

गोमतीनगर के नेशनल होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज की एक छात्रा ने इलाहाबाद के अल्लापुर अमिताभ बच्चन रोड पूरा दलेल निवासी रितेश और उसके पिता विनय उपाध्याय के खिलाफ हजरतगंज थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है। विराजखंड निवासी मेडिकल छात्रा ने बताया कि कि रितेश से उसकी मुलाकात करीब एक वर्ष पहले सहारागंज माल में हुई थी। जिसके बाद दोनों के बीच दोस्ती हो गई थी। रितेश ने अपने आप को आईपीएस अधिकारी बताया था। उसकी शिफ्ट डिजायर कार (डीएल-सीवाई-7225) में हमेशा आईपीएस की कैंप रखी रहती थी। दोनों के बीच मुलाकातें होने लगी। इस बीच रितेश ने उससे शादी का प्रस्ताव रखा। इस संबंध में उसने छात्रा की फैमिली से भी मुलाकात की। परिवार के सदस्यों ने दोनों के रिश्ते को मंजूरी दे दी थी।

एक लाख रुपये लिए थे छात्रा से

रिश्ता पक्का होने के कुछ दिन बाद रितेश ने छात्रा से एक लाख रुपये की डिमांड की। छात्रा ने उसे एक लाख रुपये कैश दे दिए। मेडिकल छात्रा का आरोप है कि रितेश अक्सर उससे पर्स, मोबाइल फोन चेक करता रहता था।

धोखे से कराया था नंबर पोर्ट

मेडिकल छात्रा का आरोप है कि उसके मोबाइल फोन पर उसके अकाउंट से संबंधित सारी जानकारी की डिटेल आती थी। इसके अलावा एटीएम, पेटीएम और क्रेडिट कार्ड से संबंधित भी सारी जानकारी मोबाइल पर आती थी। बताया कि जिस नंबर पर ओटीपी आता था उस नंबर को वह ज्यादा यूज नहीं करती थी। इस दौरान रितेश ने धोखे से यूपीसी जनरेट करके एयरटेल कंपनी का नंबर पोर्ट करा लिया था। जिस कंपनी में उसने नंबर पोर्ट कराया था उसका सिम उसने अपने पास रख लिया था।

अकाउंट से निकाला कैश

मेडिकल छात्रा ने बताया कि जिस नंबर पर ओटीपी शेयर होता था वह नंबर रितेश ने धोखे से अपने पास रख लिया था। उस नंबर के जरिए बैंक के अकाउंट नंबर और उनकी सारी डिटेल उसके पास पहुंच गई थी। रितेश ने 31 अक्टूबर से 10 दिसंबर के बीच अकाउंट से पहले 25 हजार रुपये और एसबीआई के भूतनाथ स्थित एटीएम से 20 हजार रुपये कैश निकाले। छात्रा का आरोप है कि रितेश ने धोखे से उसे पर्स में रखी सोने की ढाई तोले की चेन भी चुरा ली थी। इसकी जानकारी होने पर उसने चेन दोबारा बनवाकर देने का वादा किया था।

घर पर फोन करने पर हुआ शादी शुदा का खुलासा

मेडिकल छात्रा ने बताया कि दिसंबर मंथ में उसने रितेश के घर इलाहाबाद फोन किया था। फोन एक महिला ने उठाया और अपने आप को रितेश की पत्नी बताया। जिसके बाद उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। इस पर उसने रितेश को फोन किया तो उसने कहा कि वह अपनी पत्नी से तलाक ले कर उससे दोबारा शादी करेगा। छात्रा ने इसका विरोध किया तो रितेश ने छात्रा के पिता के मोबाइल पर दोनों की कुछ तस्वीर और वीडियो वाट्सअप कर दी और धमकी दी कि वह इन फोटो को सोशल मीडिया साइड पर वायरल कर देगा।

आरोपी के पिता ने खुद को बताया एसपी सिटी

मेडिकल छात्रा ने बताया कि मामला बढ़ने पर उसने रितेश के पिता विनय उपाध्याय को फोन कर शिकायत की। इस पर पिता ने आप को एसपी सिटी इलाहाबाद बताते हुए उस पर दबाव बनाने लगा। छात्रा ने जब इसकी जानकारी की तो पता चला कि रितेश के पिता किसी सरकारी कार्यालय में क्लर्क के पद पर तैनात है। छात्रा ने दोनों के खिलाफ हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। मामले की जांच हजरतगंज पुलिस और साइबर सेल पुलिस कर रही है। कार्यवाहक प्रभारी ब्रजेश कुमार मिश्रा का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जांच में आरोप सही पाये जाने पर आरोपी की गिरफ्तारी की जाएगी।