आई एक्सक्लूसिव

स्लग: एनजीओ का जाली अप्वाइंटमेंट लेटर लेकर लोग पहुंच रहे कलेक्टेरिएट

- डीएसओ ने एसएसपी को जांच के लिए लिखा

-फर्जी संगठनों द्वारा नियुक्त पत्र देकर युवाओं का ठगा जा रहा है

mayank.rajput@inext.co.in

RANCHI (5 May): रोजगार की तलाश में भटक रहे युवाओं के साथ नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़े का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। शुक्रवार को कलेक्टेरिएट स्थित जिला आपूर्ति पदाधिकारी(डीएसओ) के ऑफिस में निशा कुमारी नामक एक युवती पहुंची। स्टाफ को अपना अप्वाइंटमेंट लेटर दिखाया और कहा कि मुझे जिला कार्यकारिणी का मेंबर नियुक्त किया गया है और अब मैं उपभोक्ताओं से जुड़े सभी कार्य आप लोगों के साथ ही करूंगी। इसके बाद स्टाफ ने अप्वाइंटमेंट लेटर डीएसओ नरेंद्र कुमार गुप्ता को दिखाया। डीएसओ ने प्रारंभिक जांच में अप्वाइंटमेंट लेटर को फर्जी पाया। इसके बाद रांची एसएसपी को लेटर लिखकर नियुक्ति पत्र की जांच कराने की मांग की है।

फर्जी संगठन नियुक्ति पत्र बांट रहे

कलेक्टेरिएट के कर्मचारियों ने बताया कि ऐसे अप्वाइंटमेंट लेटर लेकर आए दिन युवा पहुंच रहे हैं। इसकी जांच के लिए डीसी द्वारा संबंधित विभागों को भेजा जा रहा है। बताया गया कि तथाकथित कई फ र्जी संगठनों द्वारा युवाओं को बहला-फुसलाकर काम करने के लिए अप्वाइंटमेंट लेटर दिया जा रहा है। युवा इसे लेकर डीसी कार्यालय में ज्वाइन करने पहुंच रहे है।

हर अधिकारी को भेज रहे कॉपी

तथाकथित उपभोक्ता संरक्षण संगठनों द्वारा जिला स्तर पर काम करने के लिए युवाओं को नियुक्ति पत्र देने के साथ ही उसकी प्रतिलिपि जिले के डीसी, एसएसपी, संबंधित विभागीय सचिव, प्रखंड विकास पदाधिकारी, थाना प्रभारी सहित सभी विभागों से जुड़े लोगों को भी दी जा रही है। इस अप्वाइंटमेंट लेटर को लेकर युवा बड़े ही ताव से कार्यालय पहुंच रहे हैं और अधिकारियों से मिलकर अपनी नियुक्ति के बारे में बता रहे हैं। अधिकारी भी अचंभित हैं कि विभाग की ओर से ऐसी कोई सूचना नहीं आई है। फिर नियुक्ति पत्र लेकर युवा कहां से ज्वाइनिंग करने पहुंच रहे हैं।

बॉक्स

लेटर पर दिया गया नंबर भी फेक

जिला आपूर्ति पदाधिकारी नरेंद्र गुप्ता द्वारा उपभोक्ता संरक्षण संगठन के राष्ट्रीय कार्यालय और स्टेट कार्यालय के बारे में जानकारी ली गई, तो नियुक्ति पत्र फर्जी निकला। लेटर पैड पर जो नंबर दिया गया है, उस पर संपर्क करने पर नंबर भी गलत पाया गया।

वर्जन

नियुक्ति पत्र लेकर कई युवा कार्यालय आ रहे हैं। जबकि ये सारे नियुक्ति पत्र प्रारंभिक जांच में फ र्जी मालूम हो रहे हैं। विभाग की ओर से इस तरह की कोई गाइडलाइन भी नहीं आई है। सभी नियुक्ति पत्रों को संलग्न करते हुए एसएसपी रांची को लेटर लिखा गया है, ताकि इसकी जांच कराई जाए और बेरोजगार युवाओं को ठगने से बचाया जा सके।

-नरेंद्र कुमार गुप्ता, डीएसओ, रांची