- एनएच घोटाले के आरोपियों को मदद पहुंचाना चाहते थे आरोपी

- पुलिस ने मुकदमा किया दर्ज, आरोपियों पर कई मामले हैं दर्ज

KASHIPUR: एनएच 74 घोटाले के आरोपियों की विजिलेंस बनकर केस में मदद करने काशीपुर आए पिता-पुत्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें कोर्ट में पेश किया। आरोपियों पर कई मामले कोर्ट में लंबित हैं।

पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में किया पेश

एनएच-74 के चौड़ीकरण में करोड़ों का घोटाला सामने आया है। इस मामले की एसआईटी जांच कर रही है। जांच में कई अफसर निलंबित हो चुके हैं और कई को जेल भी भेजा जा चुका है। इस मामले में मोहल्ला अल्ली खां काशीपुर निवासी स्टॉप वेंडर जीशान भी जेल में है। जीशान के फुफेरे भाई अल्ली खां निवासी हाजी साजिद पुत्र हाजी कयूम के घर एक फरवरी को दो व्यक्ति पहुंचे। दोनों आरोपित अपने को विजिलेंस टीम का बताया और कहा कि जेल में जीशान बंद है। उन्होंने कहा कि वे जांच में उसकी मदद करेंगे, मगर इसके बदले में कुछ रुपये खर्च होंगे। आरोपियों ने हाजी के मोबाइल पर कई बार फोन कर हल्द्वानी बुलाया। हाजी ने अपने रिश्तेदारों से पता कराया तो मामला संदिग्ध निकला। इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की। मामले की जांच कर पुलिस टीम ने 25 फरवरी को फर्जी विजिलेंस बनकर हाजी के घर जा रहे आरोपियों को मोहल्ला महेशपुरा चौक पर पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आयोपियों ने अपनी पहचान हरीश कुमार उर्फ टप्पी पुत्र बाबू लाल व शिवांश कुमार पुत्र हरीश कुमार निवासी मोहल्ला बद्रीपुरा कोतवाली हल्द्वानी जिला नैनीताल के रूप में बताई। अपर पुलिस अधीक्षक डॉ। जगदीश चंद्र ने बताया कि आरोपियों ने फर्जी विजिलेंस बनकर जेल में बंद एनएच घोटाले के आरोपित को जांच में फायदा पहुंचाना चाहते थे।