एक्स एमएलए को साइबर के शातिरों ने बनाया निशाना
आगरा। सावधान! मैट्रीमोनियल वेबसाइट पर एप्लाई करने के दौरान सतर्क रहें। ध्यान दें कहीं आप किसी धोखे के शिकार तो नहीं हो रहे हैं। हाल ही में साइबर शातिरों ने मैट्रीमोनियल वेबसाइट पर एक्स एमएलए को चूना लगा दिया। हालांकि पुलिस ने मामले में तेजी दिखाते हुए उनका रुपया वापस करा दिया। पूर्व में पुलिस ऐसे ही एक गैंग का खुलासा भी कर चुकी है।

बेटी के लिए दूल्हे की तलाश थी
मामला एक हफ्ते पहले का है। कांग्रेस के एक एक्स एमएलए अपनी बेटी का संबंध करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें कोई सुयोग्य वर नहीं मिल रहा। इस दुविधा में फंसे एक्स एमएलए ने मैट्रीमोनियल साइट का सहारा लिया। मैट्रीमोनियल साइट पर जाने के बाद उन्होंने सर्फिग के दौरान एक मोबाइल नंबर प्राप्त किया।

रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर जमा कराए रुपये
मोबाइल नंबर पर संपर्क करने पर कॉल रिसीव करने वाले युवक ने उनको वेबसाइट पर रिज्यूम अपलोड करने को बोला। इस पर रिज्यूम अपलोड किया। इसके बाद कहा गया कि अकाउंट नंबर में रजिस्ट्रेशन फीस के ढाई हजार रुपए जमा कर्रा। एक्स एमएलए ने ढाई हजार रुपए जमा करा दिए। दो दिन बीत गए, लेकिन मैट्रीमोनियल साइट की तरफ से किसी भी पक्ष को लेकर कोई जवाब नहीं मिला।

एसएसपी से की मामले की शिकायत
इसके बाद एक्स एमएलए ने कॉल करके कई बार संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन कॉल नहीं लगा। वेबसाइट पर विभिन्न प्रकार से मेल मैसेज करके भी कांटेक्ट करने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। उन्हें साइबर के शातिरों द्वारा ठगी का अहसास हुआ। मामले को लेकर वह सीधे एसएसपी आगरा अमित पाठक के पास पहुंचे।

टीम ने रुपये कराए वापस
एसएसपी ने तत्काल मामले में साइबर सेल को निर्देशित किया। साइबर सेल ने एक हफ्ते की कड़ी मशक्कत के बाद एक्स एमएलए के ढाई हजार रुपये वापस कराए। जिस अकाउंट में रुपए गया था, उसके अकाउंट को भी होल्ड पर करा दिया। जिस नंबर से बात हुई थी वह नंबर झारखंड का था। शातिर वहीं से मैट्रीमोनियल साइट को ऑपरेट कर रहे थे।

पूर्व में पुलिस ने किया था खुलासा
20 जुलाई 2016 में साइबर टीम ने थाना हरीपर्वत के खंदारी स्थित मैरिज ब्यूरो के ऑफिस पर छापा मारा था। कार्रवाई कर चार युवकों को पकड़ा था। सभी ने खुद को वहां का कर्मचारी बताया। साथ ही बताया कि उन्हें छह हजार रुपये महीना सैलरी मिलती है। उनका मुख्यालय रायपुर में हैं। मामले में शिकायत बदायूं के हेड कॉस्टेबल ने की थी। तब छानबीन में निकल कर आया था कि शातिरों ने 400 से 500 लोगों को चूना लगाया था। लेकिन ऐसे मामलों में शिकायत नहीं हुई। चूंकि शातिर रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर दो से ढाई हजार रुपये तक ठगते हैं। लोग दोबारा रुपये जमा न कराकर कोई रेस्पॉन्स नहीं देते। एक ही युवती या युवक के कई प्रोफाइल बनाते हैं। एक ही व्यक्ति से अलग-अलग लोगों की बात करा कर फांस लेते हैं।