-क्राइम ब्रांच व कैंट पुलिस ने कचहरी के पास से किया arrest

-पकड़ा गया युवक वर्दी पहन रौब गांठ कर भोले भाले लोगों को बनाता था शिकार

VARANASI

फर्जी दारोगा बनकर लोगों को ठगने वाले एक शातिर को क्राइम ब्रांच व कैंट पुलिस ने गुरुवार की शाम कचहरी के पास से अरेस्ट कर लिया। उसके कब्जे से यूपी पुलिस के सबइंस्पेक्टर का फोटो लगा पहचान पत्र, आर्गनाइजेशन ऑफ लीगल एंड एक्शन का फर्जी पहचान पत्र, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का फर्जी परिचय पत्र, मोबाइल फोन, बाइक समेत 27,950 रुपये बरामद किए गए। उसने अपना नाम शंकर बोस निवासी किरहिया खोजवां बताया। पकड़े गये फर्जी दारोगा के खिलाफ कैंट थाने में धोखाधड़ी, जालसाजी व फर्जीवाड़ा सहित अन्य आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके खिलाफ बनारस सहित आसपास के जिलों में दर्ज मामलों की जानकारी करने में पुलिस जुट गई है। बाइक पर भी पुलिस का लोगो लगाया था।

SSP को मिली थी जानकारी

जिले में फर्जी पुलिसकर्मी बनकर कई स्थानों पर लोगों के साथ ठगी की कई घटनाएं पिछले दिनों हुई। एसएसपी नितिन तिवारी के निर्देश पर एसपी क्राइम त्रिभुवन सिंह ने क्राइम ब्रांच प्रभारी ओम नारायण सिंह को मामले की जांच में लगाया। इस दौरान शुक्रवार को कचहरी पुलिस चौकी स्थित सुलभ शौचालय के पास एक संदिग्ध व्यक्ति के बाइक पर बैठे होने की सूचना मिलने पर क्राइम ब्रांच व पुलिस ने उसे पकड़ लिया। जांच में पता चला कि पकड़ा गया युवक खुद को दरोगा बता रहा था। क्राइम ब्रांच के मुताबिक गिरफ्तार शंकर बोस पहचान पत्र व वर्दी का खौफ दिखाकर लोगों से पैसा वसूलता था। इससे उसका व परिवार की जीविका चलती थी। साथ ही मानवाधिकार आयोग व एक एनजीओ के नाम अपना परिचय पत्र दिखाकर पढ़े लिखे लोगों को भी झांसे में लेकर पैसे ऐंठता था। गुरुवार को भी यह कुछ लोगों को शिकार बनाने की कोशिश में लगा था कि इसी बीच पकड़ लिया गया।