गौरव का कहना है कि उसके अकाउंट नंबर का मिसयूज किया गया है। इसमें उसकी कोई संलिप्तता नहीं है। वैसे पुलिस को गौरव तक पहुंचने में करीब आठ महीने का वक्त लग गया। गौरव को पाटलिपुत्र इलाके के मजिस्ट्रेट कॉलोनी से अरेस्ट किया गया। वह मूल रूप से अरवल जिले के लोदीपुर गांव का निवासी है।

बांट रहा था हाईकोर्ट में नौकरी

जुलाई 2011 में हाईकोर्ट की फर्जी वेबसाइट बनाकर नौकरी दिए जाने के संबंध में कोतवाली थाने में एक मामला दर्ज हुआ था। हाईकोर्ट में ग्रुप डी की वैकेंसी के लिए ऑनलाइन एप्लीकेशंस मांगे गए थे। करीब 150 पदों के लिए एप्लीकेशंस मांगे गए थे।

एप्लीकेंट्स ज्वाइन करने पहुंचे हाईकोर्ट

कई लोगों से पैसे लेने के बाद उन्हें अप्वाइंटमेंट लेटर भी दे दिया गया। मामले का खुलासा उस समय हुआ, जब अप्वाइंटेड एप्लीकेंट्स हाईकोर्ट में ज्वाइन करने पहुंचे। वहां जाने पर पता चला कि ऐसी कोई वैकेंसी ही नहीं आई थी। हाईकोर्ट के अफसरों ने कोतवाली पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया था।