- ढाई घंटे तक ठप रहा ट्रेनों का आवागमन

- तेज आंधी ने बिगाड़ा रेल यातायात

UNNAO:

मंगलवार सुबह लगभग साढे छह बजे आयी आंधी रेल यात्रियों के लिए मुसीबत बन गई। लखनऊ के पिपरसंड और अमौसी के बीच ओएचई लाइन पर एक पेड़ के टूट कर गिरने से दोनों छोरों पर ट्रेनों का आवागमन लगभग साढ़े सात बजे से पूरी तरह ठप हो गया। इस बीच लंबी दूरी की कई ट्रेनें उन्नाव, शुक्लागंज, जैतीपुर, हरौनी आदि स्टेशनों पर घंटों तक खड़ी रहीं।

इस बीच मरम्मत कार्य शुरू हुआ और लगभग सवा क्0 बजे लखनऊ से कानपुर ट्रैक पर ट्रेनों के आवागमन का संचालन शुरू हो गया, लेकिन कानपुर से लखनऊ की तरफ का काम समाचार लिखे जाने तक चलता रहा।

सोमवार सुबह लगभग साढ़े छह बजे अचानक मौसम में रूख बदला। रूक-रूक कर दो तीन चक्रों में आयी आंधी के दौरान लगभग साढ़े सात बजे लखनऊ जनपद के अमौसी और पिपरसंड रेलवे स्टेशन के मध्य अचानक एक पेड़ तेज आंधी के कारण रेलवे ट्रैक के ऊपर से गुजरी ओएचई लाइन पर गिर गया। इससे कानपुर से लखनऊ की तरफ जा रही पुष्पक एक्सप्रेस उन्नाव स्टेशन के निकट रूक गई। जबकि भिवानी से मालदा टाउन जाने वाली फरक्का एक्सप्रेस ट्रेन हिरौली के निकट खड़ी हो गई। इसके बाद हालत यह रही कि गंगाघाट में एलकेएम, उन्नाव स्टेशन पर लोकमान्य तिलक टर्मिनल, राप्ती सागर एक्सप्रेस, रायबरेली पैसेंजर, चित्रकूट एक्सप्रेस, इंटरसिटी आदि ट्रेनें जहां की तहां पर खड़ी हो गई। इस बीच इन ट्रेनों पर सवार यात्री बूंद-बूंद पानी के लिए तरसते रहे।

लगभग दस बजे लखनऊ से कानपुर जाने वाले ट्रैक की ओएचई लाइन की मरम्मत का काम पूरा हो गया। जबकि पौने क्क् बजे कानपुर से लखनऊ जाने वाले ट्रैक की मरम्मत का काम पूरा किया जा सका। तब जाकर ट्रेनों का आवागमन सुचारु रूप से शुरू हो सका। इस बीच जैतीपुर रेलवे स्टेशन के पास सिग्नल फेल हो जाने से एक बार फिर लगभग क्भ् मिनट तक लखनऊ से कानपुर छोर का ावागमन प्रभावित हुआ। इस संबंध में स्टेशन अधीक्षक विश्राम ने कहा कि पेड़ गिरने से लाइन के तार टूटने की सूचना लखनऊ से थी। मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद साढ़े क्0 बजे से आवागमन सामान्य हो गया है। इस बीच कई ट्रेनों के बीच रास्ते में ही खड़े होने की भी उन्होंने पुष्टि की है।