- दिल्ली के परिवार से शनिवार देर रात वारदात

- लाखों के जेवर, नगदी और मोबाइल फोन लूटे

मथुरा। सहूलियत और सुरक्षा के दावे करने वाले एक्सप्रेसवे पर शनिवार की देर रात एक दर्जन बदमाशों ने लूट के लिए कार सवार आधा दर्जन लोगों की ¨जदगी खतरे में डाल दी। सड़क पर बिछे पत्थर से टकराकर कार पलटते-पलटते बची। कार का पहिया पंक्चर हो गया। इसी दरम्यान बदमाशों ने हथियारों के बल पर कार सवारों से जेवर, नगदी और मोबाइल फोन आदि लूट लिए। 100 नंबर डायल करने पर भी पुलिस का कंट्रोल रूम सोता रहा। पीडि़त लोग अगले दिन रविवार को भी रिपोर्ट दर्ज करान को भटकते रहे।

हथियारों से लैस थे बदमाश

आगरा की ओर से नोएडा जा रही स्विफ्ट कार (डीएल 9सी एई 7465) एक्सप्रेसवे पर थाना नौहझील क्षेत्र के गांव राम का नगला के पास पहुंची थी कि सड़क पर पत्थर दिखाई दिए। फर्राटा भर रही कार इन पत्थरों से टकराई और पलटते-पलटते बच गई। कार का अगला पहिया पंक्चर हो गया। ड्राइवर ने जैसे-तैसे कार पर काबू पाया। कार को किनारे खड़ा कर पहिया बदलने की तैयार कर रहे थे कि कुछ लोग आ गए। देखते ही देखते ही इनकी संख्या करीब एक दर्जन तक पहुंच गई। इन लोगों ने हथियार निकाल लिए और लूटपाट करने लगे। करीब आधा घंटे तक कार सवारों से लूट करने के बाद ये बदमाश एक्सप्रेसवे की रै¨लग पार कर भाग गए।

सूचना देने के बाद भी नहीं पहुंची पुलिस

रविवार को घटनास्थल पर आए पीडि़तों ने इस घटना की पूरीदी। नितिन नामक युवक ने बताया कि वो दिल्ली में सुल्तानपुरी में रहते हैं। शनिवार को कानपुर देहात के थाना रूरा क्षेत्र के गांव चिलौनी में अपनी ससुराल से पत्नी शिवांशी की विदा कराकर लौट रहे थे। कार में उन दोनों के अलावा उनका भाई रोबिन, दिल्ली निवासी दोस्त प्रमोद, शिवा और गो¨वद भी थे। नितिन ने बताया कि बदमाशों ने उनसे सोने की चेन, ब्रेसलेट, चार अंगूठी और 40 हजार रुपये नगद, पत्नी शिवांशी से जेवरात आदि के साथ ही रोबिन, प्रमोद, शिवा से भी सब कुछ लूट लिया। कार में रखे बैग, सूटकेस आदि भी ले गए। नितिन ने बताया कि हमने 100 नंबर पर डायल किया। काफी देर इंतजार के बाद हमने जेवर टोल प्लाजा पर सूचना दी। मगर पुलिस नहीं आई। आखिर रात करीब दो बजे हम लोग दिल्ली चले गए। रविवार को नितिन, रोबिन आदि घटनास्थल के आसपास खेतों में अपने बैग आदि की तलाश करते रहे। मगर कुछ हाथ नहीं लगा। नितिन ने बताया कि रात में पेट्रो¨लग वाहन भी कहीं नजर नहीं आया।

देहाती थे बदमाश

नितिन का कहना था कि बदमाशों की बोली गांव जैसी थी। सभी बदमाश युवा थे। अंधेरे के करण वे चेहरे नहीं देख पाए। बदमाशों ने लूटने से पहले मारपीट भी की थी। रविवार को नितिन ने एसपी देहात अजय कुमार को भी फोन किया। बकौल नितिन, एसपी ने थाना नौहझील जाकर शिकायत दर्ज कराने को कहा। अब हम थाने जाएंगे।

आई थी पुलिस, बिना पड़ताल किए लौट गई

एक्सप्रेस वे सूत्रों ने बताया कि रात में लूट की सूचना पर सुरीर और नौहझील क्षेत्र की पुलिस अलग-अलग समय पर आई थी। जानकारी लेकर पुलिस लौट गई थी। रविवार को पुलिस ने कोई पड़ताल करने की जरूरत नहीं समझी।

ये है सुरक्षा के इंतजाम

एक्सप्रेसवे अथॉरिटी ने पूरे दायरे में इलाका पुलिस को एक-एक वाहन पेट्रो¨लग के लिए उपलब्ध कराया है। मगर पुलिस की ओर से तब भी नियमित गश्त नहीं की जाती।

बच गए थे दो वाहन

नितिन ने बताया कि उसके आगे जा रहे दो वाहन अचानक बेकाबू हो गए थे। लगा था कि ये पलटने वाले हैँ, मगर काबू हो गए। हम लोगों ने इसीलिए अपनी कार की रफ्तार को कम कर लिया था और इसलिए पत्थर से टकराने के बाद भी हमारी कार पलटने से बच गई।

निगरानी के दावे खोखले

एक्सप्रेसवे अथारिटी के दावे फिर खोखले साबित हो गए। अथारिटी एक्सप्रेसवे के चप्पे-चप्पे की निगरानी की बात करती है। एक्सप्रेसवे पर शातिर पत्थर बिछा गए, मगर अथारिटी के हाईटेक इंतजाम इस पर नजर नहीं रख पाए।