- बीआरडी में मरीज के पैर में रॉड बदलने का मामला

- आनन-फानन में महिला का बदल दिया वार्ड

GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑपरेशन के दौरान महिला के पैर के रॉड बदलने में की लापरवाही का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बुधवार को पीडि़त परिजनों ने डीएम से मुलाकात कर मामले से अवगत कराया और सीएम को पत्र भेजकर डॉक्टर्स की लापरवाही के बारे में जानकारी दी। आरोप है कि डॉक्टर्स परिजनों पर समझौते का दबाव बना रहे है। उधर, प्रिंसिपल ने भी ऑर्थो विभाग के एचओडी और इससे जुड़े सभी डॉक्टर्स को तलब किया और पूरे प्रकरण से अवगत हुए।

यह है मामला

गौरतलब है कि महराजगंज जिले के निचलौल थाने के मिश्रौलिया के रहने वाले सैयद की पत्‍‌नी नूरसभा का नौ अप्रैल को सड़क हादसे में बायां पैर फ्रैक्चर हो गया था। जिसका ऑरपेशन रविवार की शाम को मेडिकल कॉलेज में हुआ। जिसमें जूनियर डॉक्टर ने दाहिने पैर में रॉड लगा दिया। जानकारी होने पर वरिष्ठ डॉक्टर ने दोबारा ऑपरेशन की बात की। जिससे परिजन आक्रोशित हो गए और लिखित शिकायत प्रिंसिपल से की। मामला गंभीर होता देखकर कर्मचारियों के सहयोग से मरीज को वार्ड 10 से आनन-फानन में वार्ड चार बेड नंबर 47 पर भर्ती कर दिए। सुबह उचित कार्रवाई न होने परिजन डीएम से मुलाकात की और उनके माध्यम से सीएम को पत्र भेज कर मामले से अवगत कराया।

वर्जन

पैर का ऑपरेशन हुआ ही नहीं तो रॉड बदलने की सवाल ही नहीं है। मरीज से खुद मिलकर आया हूं और उसकी एक्स-रे रिपोर्ट भी देखी है। विभाग के एचओडी और अन्य डॉक्टर को भी बुलाकर जानकारी ली गई है। सबकुछ ठीक है।

- राजीव मिश्रा, प्राचार्य, बीआरडी मेडिकल कॉलेज