RANCHI: घरेलू विवाद में बिछड़ चुके पति-पत्नी के अब अच्छे दिन आने वाले हैं। जल्द ही चाइल्ड वेलफेयर कमिटी की तर्ज पर फैमिली वेलफेयर कमिटी रांची में बनाई जाएगी। महिलाओं के अंदर सकारात्मक आत्मविश्वास लाने के लिए झालसा, महिला बाल विकास व सामाजिक सुरक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में फैमिली वेलफेयर कमिटी का गठन किया जाएगा। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट के दिल्ली स्टेट लीगल सर्विस अथॉरिटी(डीएसएलएसए) ने एक गाइडलाइन जारी की है। इसमें कहा गया है कि एक फैमिली वेलफेयर कमिटी का निर्माण हो, जिसमें तीन मेंबर्स हर जिले में हों। इसमें 498 ए से संबंधित मामले को देखा जाए।

क्या होंगे काम

इस मामले में नीतियां तथा कार्यक्रम का निर्माण करना, कानून लागू करना, उसमें सुधार लाने और महिला विकास के क्षेत्र में कार्य करने वाले सरकारी तथा गैर सरकारी संगठनों को दिशा-निर्देश देने संबंधी काम होंगे। इसमें यौन संबंधी न्याय, महिला सशक्तिकरण, तनावग्रस्त महिलाओं के लिए परामर्श व सहायक सेवाएं, स्व-मदद समूहों का निर्माण और प्रबंधन आदि काम होंगे।

ज्यूडिशियल के अधीन रहेगी कमिटी

फैमिली वेलफेयर सोसायटी ज्यूडिशियल कमिटी के अधीन रहेगी। साथ ही साथ यह झालसा से मॉनिटरिंग होगी। इसमें चार मेंबर और एक अध्यक्ष रहेंगे। इसमें सोशल वर्कर की भी बहाली होगी।

गिरिडीह, लोहरदगा में चल रही कमिटी

सुप्रीम कोर्ट तथा झालसा द्वारा गिरिडीह एवं लोहरदगा में परिवार कल्याण समिति बनाई गई है। इसमें दहेज प्रताड़ना से संबंधित मामलों का निपटारा किया जा रहा है। समिति के प्रतिवेदन पर ही संबंधित थानों द्वारा कार्रवाई करने का प्रावधान है।