-कन्नौज में किसान को अगवा कर गोली मारी गई थी

-हैलट में किसान की मौत हुई, परिजनों ने मौत के पहले बयान रिकॉर्ड किया

-शहर के बिल्डर और बकेवर के दो युवकों पर हत्या का आरोप लगाया

-बिल्डर की गिरफ्तारी न होने पर परिजनों ने डीआईजी से शिकायत की

KANPUR : शहर का एक चर्चित बिल्डर कन्नौज के एक किसान की हत्या के मामले में फंस गया है। उस पर साथियों समेत किसान को अगवा कर उसको गोली मारने का आरोप है। परिजनों के आरोप पर पुलिस ने एफआईआर में उसका नाम तो बढ़ा दिया है, लेकिन उसके रसूख के चलते पुलिस गिरफ्तारी से बच रही है। इधर, वो पीडि़त परिवार पर समझौते का भी दबाव बना रहा है। इससे परेशान पीडि़त परिवार ने डीआईजी से शिकायत कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। डीआईजी ने उनको आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन देते हुए संबंधित थानेदार के कड़ा निर्देश्ा दिया है।

कार्रवाई से बच रही पुलिस

इटावा के बकेवर में रहने वाले अजय पाल यादव किसान हैं। उनके भाई मनोज की गांव के अमोल उर्फ त्रिदेव और सनोज से रंजिश चलती थी। उनके बीच कई बार कहासुनी और मारपीट भी हो चुकी थी। आरोप है कि सनोज को तिलक नगर निवासी बिल्डर भरत गुप्ता का संरक्षण मिला है। मनोज ने उनकी कई बार थाने में शिकायत की, लेकिन भरत के रसूख के चलते पुलिस ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की। कुछ महीने पहले भरत सनोज से मिलने गांव गया था। वहां उसका सामना मनोज से हुआ तो भरत और मनोज में कहासुनी हो गई। गुस्से में मनोज उसको देख लेने की धमकी देकर वहां से चला गया। अजय का आरोप है कि इसी रंजिश में सनोज, त्रिदेव और भरत ने उनके भाई को अगवा कर गोली मार दी और उसे मरा समझकर कन्नौज में झाडि़यों के किनारे छोड़ कर भाग गए। राहगीरों ने उसको प्राइवेट नर्सिग होम में एडमिट कराया, जहां से उसको हैलट रेफर कर दिया गया। हैलट में उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई, लेकिन परिजनों ने मौत के पहले उसका बयान रिकॉर्ड कर लिया था, जिसमें उसने बिल्डर भरत, त्रिदेव और सनोज पर आरोप लगाया था।