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PATNA: रेलवे स्टेशनों पर बेहतर यात्री सुविधा उपल?ध कराने का दावा करता है. लेकिन पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल पर यह दावा फेल हो गया है. टर्मिनल के प्लेटफार्म नंबर एक पर दिन के 11 बजे तक न तो पंखे चल रहे थे और नहीं पीने का पानी उपलब्ध था. दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रिपोर्टर ने राजेंद्र नगर टर्मिनल के प्लेटफार्म नंबर एक पर घूम-घूमकर यात्री सुविधाओं का जायजा लिया तो यात्री परेशानी से बेहाल दिखे.

साहब मस्त, पैसेंजर पस्त

राजेंद्र नगर टर्मिनल के प्लेटफार्म नंबर एक पर कोई पंखा चलता हुआ नहीं दिखा. वहीं, सभी अफसरों के दफ्तर में पंखे चलते हुए मिले. किसी भी अधिकारी ने यह जानने की कोशिश नहीं की कि यात्री किस हालत में हैं. जबकि सभी अधिकारी और कर्मचारी की जिम्मेदारी निर्धारित है. किसे क्या करना है. पंखे बंद रहने की जानकारी एक अधिकारी को दी गई तो उन्होंने इससे इनकार कर दिया. जबकि उनके चैंबर के सामने का पंखा बंद था. जब उन्हें दिखाया गया तो इसके बाद इलेक्ट्रिक विभाग के कर्मचारी को इसकी जानकारी दी गई.

आदेश पर चलता है पंखा

पंखा बंद होने की जानकारी इलेक्ट्रिक विभाग के कर्मचारी को दी गई तो उसने बताया कि अभी साहब का आदेश नहीं मिला है. जब उससे पूछा गया कि साहब कहां बैठते हैं तो उसने बताया कि साहब तो पटना जंक्शन पर बैठते हैं. साहब अपने काम में इतने व्यस्त रहते कि दिन के 11 बजे तक पंखा चालू करने का आदेश नहीं देते.

सूखे पड़े हैं नल

गर्मी अभी ठीक से शुरू भी नहीं हुआ है जबकि राजेंद्र नगर टर्मिनल के प्लेटफार्म नंबर एक पर लोग पानी के लिए भटकते देखे गए. पार्सल गोदाम के लगाए नल सूखे पड़े हैं. प्यासे पैसेंजर्स इस आस में आ रहे थे कि पीने के लिए पानी मिल जाएगा लेकिन नल दबाते ही उन्हें मायूसी हाथ लगती और रेलवे को कोसते हुए चले जा रहे थे. पार्सल गोदाम के कर्मियों ने कहा कि यहां न तो पंखा चलता है और न ही नल से पानी मिलता है. गर्मी की वजह से बहुत परेशानी होती है.