JAMSHEDPUR: रांची के आर्चबिशप बने जमशेदपुर धर्मप्रांत के बिशप डॉ। फेलिक्स टोप्पो को गोलमुरी स्थित सेंट जोसेफ वेलफेयर सेंटर में रविवार को समारोहपूर्वक विदाई दी गई। समारोह में शहर के विभिन्न चर्च के फादर के अलावे रामकृष्ण मिशन से करुणामयानंद महाराज, समाजसेवी बेली बोधनवाला, गुरमुख सिंह मुखे, सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष भरत बसानी समेत कई गणमान्य शामिल हुए। मौके पर विभिन्न धर्मो के लोगों ने उन्हें स्मृति चिह्न भेंट देकर सम्मानित किया। विदाई समारोह में स्कूली बच्चों के साथ युवाओं के ग्रुप ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया।

मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया

इस दौरान नेपाली डांस, स्वागत गीत, विदाई गीत व बच्चों द्वारा मनमोहक नृत्य आदि प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर उनसे आशीर्वाद लेने के लिए लोगों की होड़ लगी रही। इसके पूर्व महिलाओं और बच्चों ने पारंपरिक तरीके से उनका स्वागत किया।

रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच हुए समारोह में आर्चबिशप डॉ। फेलिक्स टोप्पो ने कहा कि मैंने प्रभु की सेवा में अपने को समर्पित किया। कहा, प्रभु मैं तैयार हूं और ईश्वर ने मुझे नई जिम्मेदारी दी। ईश्वर की सेवा के लिए मिली नई जिम्मेदारी को वे मैं स्वीकार करता हूं । और इस पद के लिए चयन पर सबको धन्यवाद देते हैं। उन्होंने कहा कि जमशेदपुर में बिशप के तौर पर उन्हें काम करने का मौका मिला। इस दौरान उन्हें कई नई चीजें सीखने को मिली। इस दौरान जो भी हासिल किए उसमें सभी का सहयोग रहा। ईश्वर की सेवा में रहकर लोगों को शांति और सद्भावना का संदेश दिया।

लोगों ने दी शुभकामनाएं

विदाई समारोह में रामकृष्ण मिशन के करुणामयानंद महाराज ने कहा कि हमारा काम ईश्वर की सेवार्थ काम करना है। बिशप स्वामी ने भी सेवा भावना से अपना काम किया। अब बिशप स्वामी आर्चबिशप बनकर लोगों की सेवा करेंगे। उन्होंने आर्चबिशप की नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं दी।

समाजसेवी बेली बोधनवाला ने कहा कि बिशप डॉ। फेलिक्स टोप्पो ने हमेशा से प्रेम और शांति का संदेश दिया। इनके 21 वर्षो के कार्यकाल में कभी इन्हें क्रोध करते नहीं देखा। समारोह में सिख धर्मावलंबी गुरमुख सिंह मुखे ने कहा कि आर्चबिशप के बताए प्रेम और शांति के मार्ग पर रहते हुए उनके सानिध्य का अहसास करते रहना चाहिए। सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष भरत बसानी ने कहा कि समाज को आर्चबिशप डॉ। फेलिक्स टोप्पो का हमेशा सहयोग मिला। इसके साथ ही फादर डेविड विंसेंट भी समाज को सही राह दिखाने का काम करते रहे।

जमशेदपुर के पहले बिशप

जमशेदपुर धर्मप्रांत से आर्चबिशप बनने वाले पहले बिशप हैं डॉ। फेलिक्स टोप्पो। आर्कबिशप का चयन कई प्रक्रियाओं के बाद रोम स्थित वेटिकन सिटी से ईसाई धर्म के सबसे बड़े धर्मगुरु पोप द्वारा किया जाता है। इसके पहले वे देशभर में कई महत्वपूर्ण पदों पर आसीन रहे और कई पदों पर अब भी अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। डॉ। फेलिक्स टोप्पो जमशेदपुर धर्मप्रांत में पिछले 21 वर्षो से बिशप के पर अपनी सेवा दे रहे हैं।

रांची में छह को लेंगे प्रभार

डॉ। फेलिक्स टोप्पो को महाधर्माध्यक्ष यानी आर्चबिशप बनाए जाने की घोषणा 24 जून को हुई। इस पद वे छह अगस्त को सुबह आठ बजे सेंट मेरीज महागिरजा, रांची में धार्मिक समारोह के दौरान पदभार ग्रहण करेंगे। इसके पूर्व बिशप स्वामी पांच अगस्त को जमशेदपुर से रांची के लिए रवाना होंगे। उनके जाने के बाद जमशेदपुर में बिशप का पद खाली रह जाएगा। अब तक इस पद के लिए किसी के नाम की घोषणा नहीं की गई है। विकर जनरल फादर डेविड विंसेंट ने बताया कि नए बिशप की नियुक्ति होने तक जमशेदपुर धर्मप्रांत के बिशप का पद रिक्त ही रहेगा।