पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम का तृतीय श्रेणी कर्मचारी है पकड़ा गया युवक

ALLAHABAD: वह एसपी सीबीआई बन डीएम और डीआईजी को हड़का रहा था। उन पर एक अवैध कार्य करने का दबाव बना रहा था। अधिकारियों ने जांच कराई तो जालसाज निकला। फिर क्या था, टीम बनी, जांच हुई, जाल बिछाया और पकड़ लिया गया। पकड़ा गया आरोपी मूलरूप से जौनपुर के मुंगरा बादशाहपुर का निवासी है। सुभाष चंद्र श्रीवास्तव नाम का यह व्यक्ति पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम में तृतीय श्रेणी कर्मचारी है और शहर में शिवकुटी में रहता है।

डीएम व डीआईजी पर बनाया दबाव

आरोप है कि सुभाष कई दिन से डीएम और डीआईजी के सीयूजी नम्बर के साथ ही लैंडलाइन पर फोन कर रहा था। वह अपना नाम पीके श्रीवास्तव, एसपी सीबीआई, लखनऊ बताता था। इस दौरान एक जमीन के प्रकरण में अधिकारियों पर अवैधानिक कार्य का दबाव बना रहा था। अधिकारियों के निर्देश पर अपर पुलिस अधीक्षक डॉ। अरविंद चतुर्वेदी ने उपनिरीक्षक ज्ञानेन्द्र कुमार राय के नेतृत्व में एसआई राजदेव पाठक व अन्य के साथ टीम गठित की। टीम ने संबंधित नंबर की जंाच शुरू की तो पता चला कि उससे प्रदेश के कई अधिकारियों को काल की जाती है। जांच के दौरान आरोपी का नाम पता चलते ही पुलिस ने जाल बिछाया और गुरूवार को सिविल लाइंस एरिया में सृजन हॉस्पिटल के पास पकड़ लिया।

काम निकालने को बनाता था दबाव

आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह एसपी सीबीआई पीके श्रीवास्तव बनकर अनुचित लाभ लेने का प्रयास करता था। नजूल की एक जमीन को फ्री होल्ड करने के लिए उसने डीएम इलाहाबाद पर अनुचित दबाव बनाने का प्रयास किया था। इससे पहले भी वह कई अधिकारियों को कॉल कर दबाव बना चुका था। एसटीएफ ने कर्नलगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराकर कार्रवाई शुरू की है।