- समस्याओं के समाधान के लिए रोते फिर रहे किसान

- नहर के पाने ने किया बर्बाद

आगरा। श्रीकृष्ण को किसकी नजर लग गई। अच्छी खासी उसकी गाजर की खेती बर्बाद हो गई है। उसकी समझ में ये नहीं आ रहा है कि गाजर जमीन में कैसे सड़ रही है। वह अपनी फरियाद लेकर वहां कहां नहीं भटका, लेकिन उसकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रह है। बुधवार को वह विकास भवन में आयोजित किसान दिवस में भी अपनी समस्या लेकर पहुंचा और अपनी समस्या से अधिकारियों को अवगत कराया।

आठ एकड़ की फसल नष्ट

सिरोली निवासी श्रीकृष्ण ने बताया कि आठ एकड़ में उसने गाजर की खेती की थी। गाजर की खेती खेत में लहराने लगी। जमीन में अच्छी गाजर बहुत बैठी, लेकिन वह अचानक ही सड़ने लगी। किसान का कहना है कि जब से उसने नहर से सिंचाई की तभी से गाजर सड़ने लगी है, जिसकी रोकथाम के लिए उसने तहसील से लेकर कृषि कार्यालय तक चक्कर काटे, लेकिन गाजर का सड़ना बंद नहीं हुआ।

चक्कर काटते-काटते हो गया परेशान

किसान श्रीकृष्ण का कहना है कि वह साइकिल से अधिकारियों के चक्कर काट-काट कर परेशान हो चुका है, लेकिन समस्या का समाधान अभी तक नहीं हो सका है।

दो से तीन लाख का नुकसान

उसका कहना है कि उसका कम से कम दो तीन लाख का नुकसान हो चुका है। कर्जा लेकर उसने बड़ी ही उम्मीद के साथ गाजर की खेती की थी, लेकिन सफलता नहीं मिली।

और भी हैं किसान पीडि़त

सिरोली के ही पप्पू और ग्याप्रसाद ने बताया कि उन्होंने भी टमाटर और बैंगन की खेती की थी, जो कि पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। उन्हें कोई रास्ता नहीं सूझ रहा है कि फसल कैसे बचे। उन्होंने किसान दिवस में अपनी समस्या से अधिकारियों को अवगत कराया है।