RANCHI: अत्याधुनिक खेती के गुर सीखने के लिए झारखंड से 26 किसानों का दल रविवार को इजरायल रवाना हुआ। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सुबह नौ बजे अपने आवास से इन किसानों को हरी झंडी देकर रवाना किया। कृषि निदेशक रमेश घोलप के नेतृत्व में जाने वाले किसानों का दल चार दिनों तक इजरायल दौरे पर रहेगा। किसानों के साथ हजारीबाग उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला, गढ़वा उपायुक्त नेहा अरोड़ा, कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक सुभाष सिंह, निदेशक बागवानी विजय सिंह भी जा रहे हैं। इस दौरे के लिए राज्य के सभी जिलों से किसानों का चयन किया गया है।

खाद्दान्न में आत्मनिर्भर होगा झारखंड

इस मौके पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने किसानों से कहा कि आप सभी रक्षाबंधन के पवित्र दिन किसानों की आय वृद्धि के संकल्प के साथ इजरायल जा रहे हैं। वहां जाकर वहां की उन्नत तकनीक और वहां के किसानों के अनुभवों को जानने और सीखने पर अपना पूरा समय दें और उन अनुभवों को अपनी खेती में उतारे। उन्होंने उन्नत तकनीक, उन्नत किसान, झारखंड की नई पहचान का नारा दिया। मुख्यमंत्री ने कहा, झारखंड से क्षेत्रफल में छोटा देश होते हुए भी इजरायल अपनी कृषि पैदावार के बल पर राष्ट्रीय प्रति व्यक्ति आय में भारत से भी आगे है। जहां अच्छा हो रहा है उससे हमेशा ही सबक लेना चाहिए और उसे अपने जीवन में उतारना चाहिए। कहा, झारखंड खाद्यान्न की आपूर्ति में आज पीछे है परंतु वह दिन दूर नहीं जब झारखंड न केवल आत्मनिर्भर होगा बल्कि देश के अन्य राज्यों को भी खाद्यान्न उपलब्ध कराएगा। कहा, किसानी या खेती के अर्थ को भी व्यापक रूप से लेने की जरूरत है। इसमें केवल खेती नहीं बल्कि मत्स्य पालन, पशुपालन, बागवानी भी शामिल है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि किसानों की अपनी फूड प्रोड्यूसिंग आर्गेनाइजेशन बने, जिसके वे मालिक हों।

क्या कहते हैं किसान

किसानों ने सीएम से कहा कि कहा कि हमने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि हम इजरायल जाएंगे। मो अब्दुल कयूम किसान ने कहा कि हम सभी वहां के अनुभवों से सीख लेकर झारखंड को कृषि के क्षेत्र में पूरे देश में सबसे आगे लेकर जाएंगे। गंदुरा उरांव ने कहा कि हमने कभी सोचा भी नहीं था कि हम इजरायल जाकर सीखेंगे। नमन टोपनो ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी हो इसके लिए सीएम जो प्रयास कर रहे हैं, वो जरूर सफल होंगे।

4 दिन इजरायल में रहेंगे

कृषि सचिव पूजा सिंघल ने बताया कि राज्य के किसानों का दल शाम 4.30 बजे नई दिल्ली से इजरायल के लिए रवाना होगा। राज्य के किसान 30 अगस्त तक इजरायल में रहेंगे। वे वहां डेयरी फार्म, फलों और सब्जियों की पैदावार, ड्रिप इरीगेशन का कार्य देखेंगे व समझेंगे। इस दौरान वहां के किसानों से उनके अनुभव और अपने अनुभवों को भी साझा करेंगे।