- जनरथ बसों के लिए तलाशे जा रहे नये रूट

- सस्ती और वातानुकूलित सेवा के संचालन की हो रही है तैयारी

- अवध डिपो को मिलनी है नई 45 जनरथ बसें

LUCKNOW: यूपी रोडवेज की बसें फरीदाबाद और गुड़गांव से भी गुजरेंगी। परिवहन निगम ऐसे रूटों की तलाश कर रहा है जहां पर अभी तक रोडवेज की बसों का संचालन नहीं किया जा रहा है। ऐसे में यात्रियों को मजबूरी में ट्रेन से सफर करना पड़ रहा है। हाल यह है कि ट्रेन में जगह ना मिलने पर यात्रियों को अपना सफर रद करना पड़ता है या फिर उन्हें टैक्सी का सहारा लेना पड़ता है। निगम के अवध डिपो को मिलने वाली नई बसों के संचालन के लिए रूट की तलाश शुरू हो चुकी है।

9 परसेंट रूटों पर हो रहा संचालन

परिवहन निगम की रोडवेज का संचालन प्रदेश में अभी तक मात्र नौ प्रतिशत रूटों पर ही होता है। अन्य रूटों पर प्राइवेट बसें चलाई जाती हैं। ऐसे में परिवहन निगम अब ऐसे रूटों पर अपनी बेहतर सेवा के साथ उतरने की तैयारी में है। अब तक लखनऊ से फरीदाबाद और गुड़गांव के लिए किसी तरह की बस सेवा नहीं है। ऐसे में अब परिवहन निगम सबसे पहले इस रूट पर बसों का संचालन शुरू करेगा। त्योहारों के सीजन में इस रूट के यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके बाद बिहार के पटना और गया रूट पर बसें चलाए जाने की तैयारी है। समर सीजन को देखते हुए हल्द्वानी-काठगोदाम तक यूपी की रोडवेज बसों का संचालन किया जाएगा। इनके अतिरिक्त सहारनपुर और मध्य प्रदेश तक बसों के संचालन की तैयारी है।

सस्ती और वातानुकूलित सेवा

इन सभी रूटों पर परिवहन निगम की नई जनरथ बसों का संचालन किया जाएगा। इसकी खासियत यह है कि इन बसों में किराया शताब्दी और वाल्वो की तुलना में कम होगा जबकि सभी बसें वातानुकूलित होंगी। परिवहन निगम की कोशिश है कि जनरथ के लिए लंबे रूट दिए जाएंगे, जिससे निगम की आय में इजाफा हो। अवध डिपो को मिलने वाली 45 नई जनरथ बसें कैसरबाग बस अड्डे से चलाए जाने की तैयारी है। सभी बसें रात में रवाना की जाएंगी। रात आठ बजे से 11 बजे के बीच इन बसों का डिपार्चर टाइम रखा गया है। अवध डिपो के एआरएम आम्ब्रीन अख्तर ने बताया कि जनरथ बसों के आने के बाद ही बढ़नी तक लिंक सेवा शुरू किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। अन्य नई आने वाली बसों के लिए रूट तलाशें जा रहे हैं। आरएम एके सिंह ने बताया कि कई रूट ऐसे हैं जिन पर लोग रोडवेज बसों के संचालन की मांग कर रहे हैं।

यूपी के अंदर रोडवेज की बसों का जाल बिछाए जाने की तैयारी है। पहले लंबे रूट की तलाश की जा रही है जिससे ट्रेन में जगह ना मिलने पर यात्री अपना सफर ना कैंसिल करे।

के रविन्द्र नायक

एमडी, परिवहन निगम