थर्सडे को प्रोफेसर अल्मोज आईआईटी कानपुर में शुरू हुए टेक्निकल फेस्ट टेककृति में आए और यहां उन्होंने अपनी 'क्वांटम लेविएशनÓ मैकेनिज्म का लाइव डिमांस्ट्रेशन दिया। डेमो देखकर आईआईटियंस तक हैरत में पड़ गए।

पटरियों पर 'उड़ेगी' ट्रेन

स्कूल ऑफ फिजिक्स एण्ड एस्ट्रोनॉमी, तेलअवीव यूनिवर्सिटी (इजरायल) के क्वांटम फिजीसिस्ट प्रोफेसर डॉ। बोज अल्मोग ने बताया कि वह यूनिवर्सिटी के सुपरकंडक्टिवटी ग्र्रुप के साथ मिलकर पिछले 10 सालों से एक खास सुपर कंडक्टर पर रिसर्च कर रहे थे। इस कंडक्टर को पूरी तरह डेवलप कर लिया गया है जिसका फ्यूचर में ब्रॉड स्केल पर यूज किया जाएगा। डॉ। अल्मोग ने बताया कि स्ट्रांग मैग्नेटिक ट्रैक बनाकर, उस पर सुपर कंडक्टर और लिक्विड नाइट्रोजन की हेल्प से हाई स्पीड ट्रेनें दौड़ाई जा सकेंगी। ये ट्रेनें 1000 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ सकेंगी। यानि कि ये ट्रेन हवाई जहाज की स्पीड से दो गुनी स्पीड पर चलेगी। इसका कारण ये है कि ये ट्रेन ट्रैक से करीब 2 से 3 सेंटीमीटर ऊपर हवा में चलेगी। इससे स्पीड को कम करने वाला फ्रिक्शनल फोर्स जीरो हो जाएगा। ट्रेन की सुपर स्पीड का एक राज ये भी है। आईआईटी में उन्होंने इस सुपर कंडक्टर की एक छोटी सी प्लेट बतौर मॉडल लिक्विड नाइट्रोजन में डुबोकर एक ट्रैक के ऊपर चलाया, या यूं कहिए कि उड़ाया प्रो। अल्मोज के अनुसार ये सुपर कंडक्टर अपने से 70 हजार गुना वजन को उठाकर, बिना कोई ऊर्जा नष्ट किए दौड़ सकता है। यानि इस मैकेनिज्म से चलने वाली ट्रेनें 'फ्रिक्शनÓ नहीं होने से बहुत ही कम ऊर्जा की खपत से, सैकड़ों किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी।

पहिए भी नहीं होंगे

 इस ट्रेन की खासियत ये है कि इसमें कोई भी व्हील नहीं होगा। सिर्फ मैग्नेटिक पैड्स कोच के नीचे लगे होंगे। बिजली व पेट्रो प्रोडक्ट की भी पूरी बचत होगी। साथ ही साथ इस ट्रेन के ट्रैक से इन्वॉयरमेंट को कोई भी प्रॉब्लम नहीं होगी। कॉस्ट सिर्फ इसका नेटवर्क बनाने में आएगी, वही इसका ओवरऑल खर्च होगा। आने वाले 10 से 15 साल में इस टेक्नोलॉजी की ट्रेनें वल्र्ड के अधिकांश देशों में चलने लगेंगी।

लिक्विड नाइट्रोजन 25 रुपए लीटर

इस कांसेप्ट पर बेस्ड ट्रेनों को चलाने के लिए लिक्विड नाइट्रोजन की खपत होगी। अभी नाइट्रोजन लिक्विड आईआईटी में करीब 25 रुपए लीटर मिलता है। डॉ अल्मोग से जब सवाल किया गया कि लिक्विड इजरायल में किस रेट से मिलता है, ये पूछने पर उनका कहना था कि वहां पर ये करीब 17 रुपए लीटर मिलता है।