- कानपुर देहात में तांत्रिक पिता बना हैवान, 9 साल की बेटी की नींद में की हत्या

-खून पीते पति को देखकर पत्नी का कांप उठा कलेजा, पुलिस को बुलाकर कराया गिरफ्तार

KANPUR: कानपुर देहात के सिकंदरा में शनिवार देर रात युवक ने तंत्र मंत्र के चक्कर में अपनी ही बेटी की बलि दे दी। वहशी पिता ने पहले हथौड़ी और हैंडपंप के हत्थे से पीट-पीट कर उसकी हत्या की। फिर सिद्धि पाने के लिए बेटी के सिर से निकल रहे खून को भी पिया। घर के बाहर सो रही पत्‍‌नी आहट सुनकर जब अंदर आई तो नजारा देख उसका कलेजा कांप उठा। वह चीखने चिल्लाने लगी तो आस पड़ोस के लोग इकट्ठा हो गए और आरोपी को पीटने लगे। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। इस सनसनीखेज वारदात से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।

घर की खुशहाली के लिए

सिकंदरा थाना क्षेत्र के जमौर गांव में रहने वाले गिरजेश (38) के परिवार में पत्नी सुनीता के अलावा दो बेटे अमित(15), अमन(13) और एक बेटी खुशी(9) थे। किसानी से आमदनी नहीं होने की वजह से वह काफी परेशान चल रहा था। पत्‍‌नी सुनीता के मुताबिक, शनिवार शाम जब गिरजेश घर आया तो उसने पूछा कि घर में लौंग-कपूर है कि नहीं। घर में पूजा का सामान न होने के कारण वह बाहर गया और सामान ले आया। खाना खाने के लिए पूछे जाने पर उसने व्रत रखने की बात कही।

सोते में उठा ले गया

रात को जन्माष्टमी की पूजा के दौरान पति पत्‍‌नी में झगड़ा हो गया। जिसके बाद सुनीता तीनों बच्चों को लेकर घर के बाहर सोने चली गई। बताते हैं कि इसी दौरान गिरजेश बेटी को सोते समय ही चुपके से अंदर उठा लाया। और पूजा पाठ करके उसकी नींद में ही हथौड़ी और हैंडपंप के हत्थे से पीट-पीट कर हत्या कर दी। सुनीता के मुताबिक वह जब अंदर पहुंची थी तब बेटी के शव के आस पास काफी खून पड़ा था और उसके शव पर अगरबत्ती व फूल भी रखे थे।

गरीबी ने तंत्र मंत्र की ओर ढकेला

घटना की जांच करने पहुंचे सीओ राजाराम यादव के मुताबिक यह हत्या बलि देने के लिए ही की गई थी। परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब चल रही थी। जांच में पता चला है कि आरोपी कई दिनों से घर में तंत्र मंत्र कर रहा था। शव के पास अगरबत्ती और फूल मिलने से उसे बलि देने की पुष्टि भी होती है। आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी की पत्नी के मुताबिक, किसी दोस्त के कहने पर पति ने घटना को अंजाम दिया है, इसलिए आरोपी से इस बाबत पूछताछ करके उसे भड़काने वाले पर दुष्पे्ररण के तहत कार्रवाई की जाएगी।

प्रतिबंधित है इसांन की बलि

तांत्रिक सुथनापल्ली बताते हैं कि तंत्र विद्या की सिद्धि के लिए जानवरों की बलि देते हैं। लेकिन आजकल कुछ अधकचरे तांत्रिक जल्दी सिद्धि के चक्कर में बच्चों की बलि दे देते हैं। ऐसे करने वालों को सिद्धि नहीं बल्कि मुसीबत हाथ लगती है। तंत्र विद्या में इंसान की बलि पूरी तरह से प्रतिबंधित है।