PATNA : माफ करना बेटा, तुम्हारे पापा नशा करते हैं। तुम्हारे साथ जो हुआ वह सुनकर कलेजा फट जा रहा है। तुम्हें इस दुनिया में लाने वाला ही गला घोटकर तुम्हे आजाद कर दिया है। दो माह की उम्र में दुनिया को तो छोड़ो, तुमने उस हैवान को भी नहीं पहचाना होगा जिसने पिता पुत्र के रिश्ते को कलंकित कर दिया है। एक बाप की घिनौनी करतूत पर पूरा समाज शर्मिदा है और तुमसे माफी मांग रहा है।

बाप की आंखों में सवार था खून

दो माह के मासूम को मौत के घाट उतारने वाली घटना पटना के बिक्रम की है। रविवार की रात दिलीप सोनी उर्फ गुड्डू की आंखों में खून सवार था लेकिन उसकी पत्नी खुशबू भांप नहीं पाई। खुशबू को लगा कि वह पुरानी बातों को भूलकर बेटे के प्यार में आया है। लेकिन उसका तो एक ही मकसद था बेटे को मौत के घाट उतारना। देर रात घर से ससुराल आया तो ऐसा लगा कि खुशियां आ गई लेकिन वह खुशबू की खुशियां उजाड़कर चला गया। खुशबू ने कभी सोचा भी नहीं था कि वहशी पति उसके साथ ऐसा होगा।

उजड़ गई खुशबू की खुशियां

दो वर्ष पूर्व बिक्रम के महेंद्र सोनी ने अपनी बेटी खुशबू कुमारी की शादी काफी धूमधाम से रोहतास जिले के तुम्मा गांव निवासी स्व कृष्णा सेठ के बेटे दिलीप सोनी उर्फ गुड्डू से की थी। शाद में उन्होंने अपने हिसाब से दान दहेज भी दिया था। लेकिन महेंद्र को यह नहीं पता था कि जिस लड़के के हाथ में वह अपनी बेटी का हाथ दे रहे हैं वह उसका सुख चैन छीन लेगा। शादी के कुछ माह बाद ही खुशबू के सहारे दिलीप ने दहेज की डिमांड कराना शुरु कर दिया। दिलीप काफी दबाव बनाने लगा और इसके लिए खुशबू को प्रताडि़त करने लगा। नशे का आदी दिलीप आए दिन उसे मारता पीटता था। इस बीच खुशबू गर्भवती हो गई। किस तरह से संघर्ष में जीवन काट रही खुशबू को बच्चे के सहारे जीने की एक उम्मीद जग गई। दो माह पूर्व उसके कोख से जब बेटे ने जन्म लिया तो मानों उसे हर खुशी मिल गई हो। वह सब कुछ भूलकर बेटे की परवरिश में जुट गई।

बेटे को बचाने आ गई थी मायके

बेटे के जन्म के बाद भी शराबी पति का जुल्म हर दिन खुशबू पर टूटता था। वह बार बार नशे में आता और मां-बेटे को मार देने की धमकियां देता था। डर से सहमी खुशबू अपने बच्चे को लेकर काफी चिंतित रहती थी। बच्चे की सुरक्षा को लेकर वह एक माह से अपने मायके पटना के बिक्रम में आ गई और पिता के साथ रहने लगी। वह बेटे को पाकर हर गम भूल गई और उसके सहारे जिंदगी जीने लगी। लेकिन उसे क्या पता था कि यह खुशी चंद दिनों की है।

खुशबू पर टूटा गमों का पहाड़, बिक्रम थाना में मामला दर्ज

घर वालों का कहना है कि देर रात में जब वह आया तो घर वालों को लगा कि वह अब सुधर गया है। रविवार को दिलीप के ससुराल आते ही घर में खुशियों की बहार थी। मजे से लोगों ने खाना खाया .लेकिन किसी को क्या पता था की यह खुशियां महज कुछ पल का हैं । मध्य रात्री में वह पत्‍‌नी को मोबाइल देकर चार्जिग में लगाने की बात कहकर भेज दिया। वह बेटे के पास था। 3 बजे रात में फिर पत्नी से मोबाइल मांगा और चार बजे के आस पास वह गायब हो गया। जब खुशबू बेटे के पास गई और उसके सिर पर हाथ फेरी तो सन्न रह गई। उसका शरीर ठंडा पड़ गया था। आशंका जताई जा रही है कि दिलीप ने उसका गला दबाकर हत्या कर दी और फिर बाइक से फरार हो गया । इसके बाद तो रोने के चित्कार से आसपास के लोग जग गए। खुशबू पर गम का पहाड़ टूट पड़ा है। वह इस घटना को बर्दाश्त नहीं कर पा रही है। बार-बार बेहोश हो जा रही है। घटना की सूचना बिक्रम थाना में दर्ज कराई गई है और पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस का कहना हैं की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा ।