LUCKNOW (8 Dec): राजधानी के एसएसपी यशस्वी यादव की फेक प्रोफाइल बनाकर लोगों को परेशान करने वाले ठग को सर्विलांस सेल ने अरेस्ट किया है। अरेस्ट किये गये युवक का नाम राहुल मिश्रा है। वह बी कॉम का स्टूडेंट है और उन्नाव के शुक्ला गंज का रहने वाला है।

कई महीने से कर रहा था आपरेट

सर्विलांस सेल के प्रभारी अक्षय कुमार ने बताया कि यह फेक प्रोफाइल कई महीनों से चल रही थी। इसमें ना सिर्फ एसएसपी की फोटो लगायी गयी थी बल्कि लड़कियो के साथ खुद को आईपीएस बताकर दोस्ती भी कर ली थी। यशस्वी यादव को जब इलेक्शन कमीशन के आदेश पर कानपुर से हटाया गया उसी के कुछ दिन बाद ही यह आईडी एक्टिव हुई थी। इस आईडी पर यशस्वी यादव के समय कानपुर में किये गये गुड वर्क की फोटो, अलग अलग फोटो, सीएम अखिलेश यादव के साथ फोटो को आईडी पर अपलोड किया गया था। इतना ही नहीं राहुल मिश्रा ना सिर्फ खुद को यशस्वी यादव बताता था बल्कि सीएम अखिलेश यादव के कजिन ब्रदर भी बताता था।

पुलिस ने चाहा तो चंद घंटों में आ गया शिकंजे में

यह प्रोफाइल छह महीने से अधिक समय से चल रही थी। जिसमें इस प्रोफाइल को यूज करने वाले ने खुद को डीजीपी बताया था। उस समय ना तो ऐसी कोई पुलिस में शिकायत आई और ना ही पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया। लेकिन जब यशस्वी यादव लखनऊ के एसएसपी बने और उनको इस प्रोफाइल के बारे में पता चला तो इसकी जांच सर्विलांस सेल से करने को कहा। सर्विलांस सेल ने चंद घंटों में ही फेक प्रोफाइल बनाने वाले राहुल मिश्रा को उन्नाव से ढूंढ निकाला।

माई ब्रदर अखिलेश यादव

इस प्रोफाइल पर एक फोटो भी अपलोड की गयी थी जो कानपुर में पुलिस कंट्रोल रूम के उद्घाटन के मौके की थी। इस फोटो के कैप्शन में लिखा गया है कि 'माई ब्रदर अखिलेश यादव'। यानी सीएम साहब का नाम भी इसमें इस्तेमाल किया जा रहा था। बाद में खबर छपने के बाद ना सिर्फ इस आईडी के आगे से डीजीपी हटा लिया गया बल्कि यशस्वी यादव की कई फोटो भी डिलीट कर दी गयी।

ऐसे आया पकड़ में

इस प्रोफाइल से वह लड़कियों से चैटिंग के दौरान अपना नम्बर भी शेयर कर लिया था। यहीं से वह पकड़ में आ गया। नम्बर के आधार पर पुलिस ने उसे उन्नाव के शुक्लागंज से अरेस्ट कर लिया।