7 साल बाद शुरू हुआ सीबीएसई में दसवीं का बोर्ड

30 केंद्रों पर हुई वोकेशनल विषयों की परीक्षा

एग्जाम सेंटर से हंसते-मुस्कुराते बाहर निकले स्टूडेंट

Meerut। सीबीएसई की ओर से 2009 -10 सत्र से बंद 10वीं के बोर्ड को इस सत्र से दोबारा लागू किया गया है। सोमवार को हुई दसवीं की आईसीटी, फूड प्रॉडक्शन जैसे वोकेशनल विषयों की परीक्षा हुई। 30 केंद्रों पर हुई इस परीक्षा के लिए कुल 1539 छात्र पंजीकृत थे। बोर्ड के नाम से छात्र एग्जाम शुरु होने से पहले जहां काफी नर्वस थे, लेकिन एग्जाम के बाद हंसते - मुस्कुराते नजर आए।

परीक्षा केंद्रों पर कड़ी निगरानी

बोर्ड परीक्षा के लिए सभी केंद्र पूरी तरह से तैयार रहे। इस दौरान पर्यवेक्षकों की कड़ी निगरानी में परीक्षा सम्पन्न हुई। छात्रों को केंद्रों पर किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रोनिक डिवाइस नहीं ले जाने दिया गया, वहीं प्रॉपर तलाशी के बाद ही उन्हें अंदर बैठने की इजाजत दी गई।

छात्रों में रही हड़बड़ी

इवेल्युएशन सिस्टम से बोर्ड में आए छात्रों में सोमवार को थोड़ी हड़बड़ी भी देखने को मिली। स्टूडेंट्स के मुताबिक सीसीई पैटर्न पर आधारित एग्जाम से पढ़ाई का बोझ कम हो गया था, लेकिन बोर्ड में पूरा सिलेबस आता है इसलिए पढ़ाई अधिक करनी पड़ती है। हालांकि दोनों ही पैटर्न अपनी-अपनी जगह ठीक हैं।

10वीं के छात्रों में एग्जाम के बाद काफी जोश दिखाई दिया। एग्जाम पेपर आसान था, बोर्ड ने बच्चों की स्थिति को ध्यान में रखकर पेपर डिजाइन किया है।

डॉ। गोपाल दीक्षित

प्रिसिंपल, बीडीएस इंटरनेशनल स्कूल

आईएससी व आइसीएसई में भी आसान रहा पेपर

सीआईसीएसई की आईएससी की केमिस्ट्री व आईसीएसई की अंग्रेजी की परीक्षा अच्छी रही। दोनो ही परीक्षाओं में प्रश्नपत्र काफी आसान रहे। एनसीइआरटी पैटर्न पर आधारित प्रश्नपत्र में सिलेबस से ही सभी सवाल पूछे गए। वहीं आइसीएसई इंग्लिश लिटरेचर का पेपर भी आसान रहा। सेंट थॉमस इंग्लिश मीडियम स्कूल की शिक्षिका पूनम ने बताया कि बच्चों ने काफी अच्छी तरह से एग्जाम दिया। सभी सवाल आसान थे। हालांकि इस बार भी एग्जाम में कुछ सवाल पिछले सत्र के प्रश्नपत्र से ही पूछे गए थे।