-लोहा कारोबारियों से भी हो रही है वसूली

-सुरक्षा के लिए पुलिस से भरोसा हुआ कम

VARANASI

बनारस का लोहा बाजार काफी ठोस है। सिर्फ पूर्वाचल ही नहीं प्रदेश के कई जिलों तक इसके बिजनेस कनेक्शन हैं। सैकड़ों छोटे-बड़े कारोबारी इससे जुड़े हैं। महीने में करोड़ों रुपये का बिजनेस होता है। रुपयों की बरसात करने वाला यह बाजार भी अपराधियों से बेजार है। वसूली का काला धंधा खूब फला-फूला है। जान की सलामती जिसे चाहिए वो खामोश है। उसे मालूम है कि विरोध करने का नतीजा बेहद खौफनाक हो सकता है। अपराधियों ने कुछ ऐसा भय का माहौल भी बना रखा है।

काफी बड़ा है बजार

बनारस में लोहा के सामान की सबसे बड़ी मंडी मलदहिया है। इसके साथ ही लोहटिया, पाण्डेयपुर भी बड़े बाजार हैं। इसके अलावा सामने घाट, सुंदरपुर, मंडुआडीह, राजघाट में लोहे के सामानों के बाजार मौजूद हैं। काशीपुरा और छत्तातले भी लोहे का मार्केट है। यहां बड़े पैमाने पर लोहे, पीतल, स्टील के छोटे सामान बिकते हैं। लोहटिया में सरिया गाडर, चादरें आदि की बिक्री बड़े पैमाने पर होती है। पूर्वाचल के साथ ही आसपास के कई जिलों के छोटे व्यापारी यहां से माल ले जाते हैं। लोहटिया में घर निर्माण में काम आने वाले घरेलू उपयोग के लोहे के सामानों की बड़े पैमाने पर बिक्री होती है। इस बाजार का भी कई जिलों का बिजनेस कनेक्शन है। अन्य छोटे बाजार के माल की खपत ज्यादातर बनारस में ही होती है। तेजी से विस्तारित हो रहे इस शहर में निर्माण कार्य बहुतायत में हो रहा है। इसमें भारी मात्रा में लोहे की निर्माण सामग्री इस्तेमाल होती है।

फिक्स है सबकी कीमत

लोहा बाजार से जुड़े कारोबारी एक अरसे से व्यापार कर रहे हैं। कई प्रमुख तो पुश्तैनी कारोबार को आगे बढ़ा रहे हैं। इसी तरह अपराधी भी लम्बे समय से वसूली का शिकंजा कसे हुए हैं। बदलते वक्त के साथ रकम भी बढ़ा रहे हैं। वसूली करने वाला तभी बदलता है जब इलाके पर वर्चस्व रखने वाले बदले। वसूली करने वाले अपराधियों को पूरी तरह से पता होता है कि कौन से व्यापारी का कारोबार कितना बड़ा है। लोहटिया मंडी पर उन्हीं का कब्जा जो पिशाचमोचन की कबाड़ मंडी को अपने इशारे पर चलाते हैं। वहीं काशीपुरा, छत्तातले की मंडी में चौक और दालमंडी के बदमाशों का खौफ है। इसी तरह लोहटिया में मैदागिन, चौक इलाके के बदमाश काबिज हैं।

सीसीटीवी से सुरक्षा

बदमाशों से परेशान लोहा कारोबार से जुड़े व्यापारियों का पुलिस पर भरोसा नहीं है। कहने को मलदहिया और लोहटिया में पुलिस पिकेट है लेकिन सुरक्षा के इंतजाम से कोई संतुष्ट नहीं है। इसलिए ज्यादातर व्यापारियों ने अपनी दुकानों पर सीसीटीवी कैमरा लगवा रखा है। कुछ प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड की मदद लेते हैं। इन सबमे उनकी मेहनत की कमाई जाती है लेकिन जान की कीमत के आगे ये कुछ भी नहीं है। कई व्यापारी अंधेरा होना से पहले घर लौट जाना चाहते हैं।