सुविधाओं को तरसती जनता के जख्मों पर दस गुना टैक्स की मिर्ची

- न तो घरों से कूड़ा उठ रहा, न ही शुद्ध पानी नसीब हो रहा

- जनता की समस्याओं को दरकिनार कर टैक्स बढ़ाना चुनौती

LUCKNOWनगर निगम की ओर से टैक्स वृद्धि कर जनता की जेब तो ढीली करने की तैयारी कर ली गई है लेकिन जनता को दी जा रही सुविधाओं पर एक भी कदम आगे नहीं बढ़ाया गया है। इतना ही नहीं, निगम की ओर से दी जाने वाली सुविधाओं से जनता पहले से वंचित है, इसके बावजूद कार्यकारिणी में इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। कुल मिलाकर एक बात साफ है कि जिम्मेदारों को सिर्फ निगम की वित्तीय स्थिति की चिंता है न कि जनता की।

इन सुविधाओं पर ध्यान नहीं

1-कूड़ा कलेक्शन-शहर के 70 फीसदी इलाकों में अभी तक घरों से कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो सकी है। सदन में भी पार्षदों ने शिकायत दर्ज कराई थी लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया। परिणामस्वरूप जनता परेशान है।

2-पेयजल- एक तरफ जहां जनता पानी संकट से परेशान है, वहीं दूसरी तरफ आए दिन किसी न किसी इलाके में दूषित पेयजल की समस्या सामने आती रहती है। शिकायतों का निस्तारण तो होता है लेकिन ठोस रणनीति का अभाव है।

3-सफाई व्यवस्था- सफाई व्यवस्था दुरुस्त किए जाने को लेकर आश्वासन तो दिए जाते हैं लेकिन असर नहीं दिखता है। इंदिरानगर जैसे पॉश एरिया में नियमित रूप से गलियों में झाड़ू नहीं लग रही है। मलिन बस्तियों की हालत तो और भी खराब है।

4-सीवर समस्या- बारिश शुरू होते ही लोगों को जलभराव की चिंता सताने लगी है। वजह यह है कि इस्माइलगंज द्वितीय वार्ड समेत कई इलाकों में अभी सीवर लाइन नहीं पड़ी है। वहीं कई इलाके ऐसे हैं, जहां सीवर लाइन घरों से कनेक्ट नहीं है।

5-आवारा जानवर- सभी वार्डो में यह समस्या है। आए दिन किसी न किसी इलाके में वाहन सवार आवारा जानवरों की चपेट में आकर घायल हो रहे हैं। इस पर निगम अभी कोई ठोस रणनीति नहीं बना सका है।

बजट पेश करने के बाद वृद्धि

विपक्षी पार्षदों का कहना है कि वित्तीय वर्ष के लिए बजट तैयार करते समय ही टैक्स वृद्धि की तरफ ध्यान देना चाहिए लेकिन इस बार तो नियम ही बदल दिए। बजट पास होने के बाद टैक्स वृद्धि का खाका खींचा गया। पार्षद कह रहे हैं कि यह भी स्पष्ट नहीं किया जा रहा है कि टैक्स की नई दरें कब से लागू होंगी।

15 दिन की उम्मीद

कार्यकारिणी के निर्णयों के बाद फिलहाल तो यही समझ में आ रहा है कि बैठक के मिनट्स जारी होते ही नई दरों को अगले माह से लागू कर दिया जाएगा। हालांकि अभी तक यह तय नहीं किया गया है कि कब से टैक्स की नई दरें लागू होंगी।

वर्जन

यह कदम जनता पर बोझ डालने वाला है। बजट के समय नई दरों को लाया जाना चाहिए था या फिर इसे पुनरीक्षित बजट में शामिल किया जाना चाहिए था। जनता की सुविधाओं को भी नजरअंदाज किया गया है।

गिरीश मिश्रा, पार्षद, कांग्रेस

निगम की ओर से टैक्स वृद्धि तो की जा रही है लेकिन वार्डो में विकास की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वार्डो की जनता परेशान है लेकिन जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं। पहले जनता को सुविधाएं दें, फिर टैक्स वृद्धि की जाए।

सैय्यद यावर हुसैन रेशू, नेता सदन, सपा

बोले जिम्मेदार

निगम की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है। जिससे विकास प्रभावित हो रहा है। टैक्स वृद्धि का उद्देश्य निगम की वित्तीय स्थिति में सुधार लाकर शहर की हर गली में विकास का उजियारा करना है।

संयुक्ता भाटिया, मेयर