- 30 दिन में 2208 मुकदमों की पेंडेसी खत्म करने का था टास्क

- 2015 से पहले के सभी मुकदमों की पेंडेसी खत्म करने के थे आदेश

- 450 मुकदमे और दर्ज हुए है 2015 के बाद

- 32पुलिस थाने है कुल शहर में

- 260आईओ कर रहे हैं मुकदमों की जांच

आई एक्सक्लूसिव

मनोज बेदी

मेरठ । डीजीपी सुलखान सिंह के टास्क में मेरठ पुलिस फेल हो गई है। दरअसल, एक महीने बाद भी मेरठ पुलिस डीजीपी के आदेश को पूरा नहीं कर सकी। एसपी सिटी ने बताया कि डीजीपी सुलखान सिंह ने लंबित पड़े मुकदमों की पेंडेसी खत्म करने के आदेश दिए थे.उन्हें पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।

ये दिए थे आदेश

गौरतलब है कि डीजीपी सुलखान सिंह ने प्रदेश में बढ़ रहे मुकदमों की संख्या को देखते हुए हर जिले में लंबित पड़े मुकदमों को समाप्त करने के आदेश दिए थे। जिसमें अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। अगर कार्रवाई हुई तो एक दो गिरफ्तारी करके ही मुकदमे को पेंडिग छोड़ दिया गया। किसी मुकदमे में तो अभी तक जांच तक शुरू नहीं की गई। डीजीपी सुलखान सिंह ने 2015 से पहले सभी मुकदमों की पेंडेसी खत्म करने के आदेश दिए थे। लेकिन उनके आदेश को एक महीना बीत गया है। लेकिन अभी तक मुकदमों की पेंडेंसी खत्म नहीं हुई है। जिससे न्याय मिलने में देरी हो रही है।

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सभी थाना प्रभारियों को 2015 से पहले सभी लंबित पड़े मुकदमों की पेंडेसी समाप्त करने के आदेश कर दिए गए हैं।

-मान सिंह चौहान एसपी सिटी मेरठ