- अंतर जनपदीय ट्रांसफर के आदेश बाद महिला शिक्षिकाओं ने बीमारी के बनाए बहाने, दिए बीएसए को प्रार्थना पत्र

GORAKHPUR: इंटर डिस्ट्रिक्ट ट्रांसफर के बाद गोरखपुर आई 239 फीमेल टीचर्स में से 152 बीमार हो गई हैं। इनमें से 78 टीचर्स ने तो प्रेग्नेंट भी हैं। यह हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि बेसिक शिक्षा विभाग में पहुंची अप्लीकेशन इसकी हकीकत बयां कर रही हैं। इंटर डिस्ट्रिक्ट ट्रांसफर के बाद अपने घर के आसपास रहने की चाह में फीमेल टीचर्स ने खुद को प्रेग्नेंट बताते हुए बीएसए को अप्लीकेशन दी है और आसपास के स्कूल में ही नियुक्ति की पैरवी की है। वहीं 11 मेल टीचर्स को भी ट्रांसफर किया गया है, लेकिन इनके पास किसी तरह का पुख्ता बहाना नहीं है, जिससे वह बच सकें।

पड़ गए चक्कर में

पिछले दिनों 239 फीमेल और 11 फीमेल टीचर इंटर डिस्ट्रिक्ट ट्रांसफर के बाद गोरखपुर आए थे। काउंसलिंग के बाद सभी को स्कूल अलॉट कर दिए गए। नियमों के अनुसार, दूरदराज के खाली पड़े स्कूलों में ही इनकी तैनाती की गई। लेकिन अलॉटमेंट के बाद नजदीक के स्कूल पाने की जद्दोजहद शुरू हो गई। स्कूल बदलने के संबंध में अब तक करीब 220 से ज्यादा अप्लीकेशन बीएसए दफ्तर में आ चुकी हैं। बदलाव के लिए टीचर्स ने अलग-अलग रीजंस बताएं हैं। इसमें 152 टीचर्स ने जहां खुद को बीमार होने की बात कही है, वहीं 78 फीमेल टीचर्स ने खुद को प्रेग्नेंट बताते हुए घर के पास के स्कूल में तैनाती के लिए गुहार लगाई है। वहीं ट्रांसफर के बाद 73 टीचर्स ने मेडिकल लीव मांगी है। भारी पैमाने पर आए बीमारियों के प्रार्थना पत्र को देखकर खुद बीएसए भी हैरान हैं।

सास-ससुर की भी होने लगी चिंता

बेसिक शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, नई तैनाती के लिए गर्भवती महिलाओं की लंबी लिस्ट तो है ही, वहीं अब कुछ टीचर्स को पीठ और रीढ़ की हड्डी का दर्द भी सताने लगा है। यहीं नहीं इनमें से कुछ दर्जन भर से उपर टीचर्स को अब अपने बूढ़े सास-ससुर की भी चिंता भी सता रही है। वहीं कुछ दूध मुंहे बच्चों की खातिर घर के पास तैनाती चाहती हैं। कुछ ही आवेदन ऐसे हैं जिसमें साफ साफ लिखा है कि वो दूरी के कारण संबंधित स्कूल में जॉब नहीं कर पाएंगी।

माननीयों से लगा रहे सिफारिश

सिटी के स्कूलों में तैनाती के लिए सिफारिशों का भी अंबार लगा हुआ है। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला, सांसद कमलेश पासवान, सांसद प्रवीण निषाद, विधायक डॉ। राधा मोहन दास अग्रवाल, विधायक विपिन सिंह, डॉ। विमलेश पासवान, संगीता यादव, शीतल पांडेय, फेतह बहादुर सिंह समेत माननीयों के सिफारिश भी बीएसए के पास आ रहे हैं। यह सिफारिश टेलीफोनिक नहीं बल्कि इसके लिए बाकायदा पत्र भी दिए गए हैं।

अंतर जनपदीय ट्रांसफर आदेश के बाद ज्यादातर शिक्षिकाएं दूर के स्कूल में जाना नहीं चाह रही हैं। ऐसे में आखिर वहां कैसे पढ़ाई होगी। महिलाओं ने तो गर्भवती होने का हवाला दिया है। इनकी जांच कराकर ही अप्लीकेशन पर विचार किया जाएगा।

बीएन सिंह, बीएसए