Tax saving का भी रख रहे ध्यान
चार्टर्ड एकाउंटेंट रघुनाथ अग्रवाल का कहना है कि इंवेस्टर्स टैक्स सेविंग का भी पूरा ख्याल रखते हैं। यही वजह है कि बोनस एनाउंस होते ही उनके पास इंवेस्टमेंट प्लान की जानकारी लेने वाले लोगों की संख्या काफी बढ़ जाती है। रघुनाथ अग्रवाल ने कहा कि टैक्स सेविंग पर जोर डालने वाले इंवेस्टर्स को वे गवर्नमेंट स्कीम में इंवेस्ट करने की सलाह देते हैं। इसमें इंश्योरेंस पॉलिसीज, पीपीएफ (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) और कुछ खास ऐसे म्युचुअल फंड शामिल हैं जिनमें गवर्नमेंट द्वारा इंकम टैक्स के सेक्शन 80(सी) के तहत टैक्स में छूट दी जाती है।

Liquid Fund में भी लगेंगे पैसे
पिछले कुछ महीनों में शेयर मार्केट में हुए फ्लक्चुएशन को देखते हुए सिटी के इंवेस्टर्स काफी सोच समझकर इंवेस्ट करने के मूड में हैं। यही वजह है कि इंवेस्टर्स लिक्विड फंड में भी पैसे लगा रहे हैं। ऐसा सिस्टेमेटिक ट्रांसफर प्लान के तहत किया जा रहा है। मार्केट एक्सपर्ट पल्लब मुखर्जी का कहना है कि लिक्विड फंड एक बैंक की तरह ही होता है जिसके पास पैसा सेफ रहता है और उसपर बैंक्स के सेविंग एकाउंट से ज्यादा यानी 8-9 परसेंट इंटरेस्ट भी मिलता है। उनका यह भी कहना था कि लिक्विड फंड में इसलिए भी ज्यादा इंवेस्ट किए जा रहे हैं क्योंकि इंवेस्टर्स इसमें पैसे रखकर मार्केट के डाउन होने पर इक्विटी फंड में कुछ इंटरवल पर लगातार पैसे लगा सकते हैं। जैसे अगर लिक्विड फंड में एक लाख रुपए डाल रखा है तो सही समय पर 10-10 हजार करके मार्केट में लगाया जा सकता है। इससे दो तरह के फायदे हैं। पहला, सही समय पर मार्केट में पैसा लगा पाएंगे और दूसरा कि जो पैसे लिक्विड फंड में बचे रहेंगे।

NBFC के FD में भी कर रहे invest
इंवेस्टर्स नॉन बैंकिंग फाइनांसियल कंपनीज के फिक्स्ड डिपॉजिट प्लान में भी इंवेस्ट कर रहे हैं। क्रिसिल और इकरा द्वारा ट्रिपल ए रेटिंग वाली कंपनीज में इंवेस्टर्स ज्यादा इंटरेस्ट  शो कर रहे। एक्सपर्ट का कहना है कि एचडीएफसी लिमिटेड और महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनांसियल सर्विसेज लिमिटेड ट्रिपल ए रेटिंग वाली कंपनीज हैं। महिंद्रा एंड महिंद्रा में तीन साल के प्लान में 10.25 परसेंट और एचडीएफसी में 15 मंथ्स के प्लान पर 9.75 परसेंट इंटरेस्ट मिल रहा है। एचडीएफसी में मिनिमम 20 हजार और महिंद्रा एंड महिंद्रा में मिनिमम पांच हजार रुपए इंवेस्ट किया जा सकता है।

Gold में फिफ्टी-फिफ्टी
गोल्ड इंवेस्टर्स को अपनी ओर अट्रैक्ट करता रहा है, लेकिन पिछले कुछ महीनों में इसके प्राइस में फ्लक्चुएशन से इंवेस्टर्स इसमेेंं इंवेस्ट करने से डर रहे हैं। इस साल जून में गोल्ड प्रति 10 ग्राम 26 हजार पर था जबकि अगस्त-सितंबर में इसने 31 हजार को छू लिया। फिलहाल गोल्ड प्रति 10 ग्राम 29 हजार 700 पर चल रहा है। एक्सपर्ट का कहना है कि अभी भी गोल्ड में पैसे लगाया जा सकता है क्योंकि धनतेरस को देखते हुए इसके रेट में कुछ उछाल आ सकता है।

Real estate में होगा investment
मार्केट भले ही डाउन हो पर फेस्टिवल सीजन के दौरान रियल इस्टेट सेक्टर में ग्र्रोथ की उम्मीद जताई जा रही है। बिल्डर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के जमशेदपुर सेंटर के चेयरमैन एके श्रीवास्तव ने कहा कि फिलहाल गोल्ड या दूसरे इंवेस्टमेंट से ज्यादा बेहतर रियल इस्टेट में इंवेस्टमेंट है। बोनस में मिले पैसों से लोग रियल इस्टेट में इंवेस्ट करना चाहेंगे। उन्होंने कहा पचास से ज्यादा उम्र के लोगों में तो रियल इस्टेट के प्रति और भी अट्रैक्शन होगा।


बोनस एनाउंस होने के बाद टैक्स सेविंग के बारे में जानने और इसके लिए सही इंवेस्टमेंट प्लान की जानकारी के लिए काफी संख्या में इंवेस्टर्स हमारे पास आ रहे हैं। गवर्नमेंट स्कीम में उन्हें टैक्स से छूट मिल जाती है।
- विश्वनाथ अग्रवाल, चार्टर्ड एकाउंटेंट

मार्केट के फ्लक्चुएशन को देखते हुए इंवेस्टर्स सेफ जोन में रहकर ही इंवेस्टमेंट के बारे में सोच रहे हैं।
- दीक्षा भारद्वाज, शेयर ब्रोकर


इंवेस्टर्स लिक्विड फंड में इंवेस्ट व नॉन बैंकिंग फाइनांसियल कंपनीज के एफडी में वे काफी पैसे लगा रहे हैं।
- पल्लव मुखर्जी, शेयर मार्केट एक्सपर्ट


अभी इंवेस्टमेंट के लिए रियल इस्टेट से बेहतर कुछ भी नहीं। फेस्टिवल के दौरान इसमें ग्र्रोथ देखने को मिलेगा।
एके श्रीवास्तव, चेयरमैन, बीएआई, जमशेदपुर सेंटर

Report by : amit.choudhary@inext.co.in