-गांव के पचास से अधिक लोग है इस बुखार की चपेट में

- एक सप्ताह पूर्व गांव में हो चुकी है एक मासूम की मौत

नवाबगंज : भदपुरा ब्लॉक के अबदला गांव में दिमागी बुखार पूरी तरह से अपने पैर पसार चुका है। सैटरडे को दिमागी बुखार की वजह से एक तीन साल के बच्चे की मौत हो गई। वहीं इसी गांव के 50 से अधिक लोग दिमागी बुखार की चपेट में हैं। ग्रामीण बुखार की वजह से दहशत में हैं। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग इस तरफ कुछ ध्यान नहीं दे रहा है। जिस वजह से ग्रामीण निजी अस्पताल में इलाज कराने के लिए मजबूर हैं। तीन दिन पहले भी इसी गांव की एक पांच साल की बच्ची की मौत हो गई थी।

इलाज के दौरान दम तोड़ा

क्योलडि़या क्षेत्र के अबदला गांव में कृष्णपाल का तीन साल के बेटे संचित कुमार को तीन दिन पहले बुखार आया था। परिजन संचित को इलाज के लिए पीलीभीत स्थित एक निजी अस्पताल में ले गए। जहां मेडिकल जांच के बाद उसे दिमागी बुखार होने की पुष्टि हुई थी। सैटरडे को इलाज के दौरान संचित की मौत हो गई। मौत की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया ।

ग्रामीणों में दहशत

वहीं इसी गांव के करीब 50 से अधिक लोग जानलेवा बुखार की चपेट में हैं। इसके बाद भी स्वास्थ विभाग की टीम गांव नहीं पहुंच सकी है। गांव के लोग दिमागी बुखार के पैर पसारने दहशत में हैं। गांव के प्रधान ताराचंद ने बताया कि इसी गांव के राजेन्द्र कुमार की पांच वर्ष की पुत्री की भी एक सप्ताह पूर्व दिमागी बुखार से मौत हो चुकी है। इसकी जानकारी भी स्वास्थ विभाग को है। इसके बावजूद डॉक्टरों की नींद नहीं टूट रही है।

बहेड़ी में बच्ची की मौत

बहेड़ी। तहसील क्षेत्र में वायरल बुखार का प्रकोप बढ़ने लगा है। दिमागी बुखार से पीडि़त एक बालिका की मौत हो गई। हफ्ते भर के अंदर यह दूसरी मौत है। वायरल के हमले से लोगों में दहशत फैल गई है। सरकारी अस्पताल और प्राइवेट डाक्टरों के यहां पांव रखने तक की जगह नहीं है। गांव तिलमाची के अमर पाल की 8 वर्षीय पुत्री शिवानी की 8 दिन पहले तबीयत खराब हो गई थी। उसे बरेली के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। डाक्टरों ने उसको दिमागी बुखार से पीडि़त बताया। इसी दिमागी बुखार ने शिवानी की शनिवार को जान ले ली। तिलमाची गांव में कई दर्जन लोग वायरल की चपेट में हैं। अभी कुछ दिन पहले मुहल्ला मुहम्मदपुर की 18 वर्षीय शहाना की दिमागी बुखार से मौत हो चुकी है।