आई कन्सर्न

-दफ्तरों में काफी कर्मचारी फीवर के चलते छुट्टी पर

-कलक्ट्रेट, विकास भवन में पसरा सन्नाटा, फरियादी भटक रहे

-पुलिस ने भी जारी की एडवाइजरी, फुल शर्ट में आएंगे पुलिसकर्मी

-डीएम ने नगर निगम को दिए परिसरों में फॉगिंग के निर्देश

Meerut: अरे! इतना सन्नाटा क्यों है भई। जी हां यह सन्नाटा बयां कर रहा है कि मेरठ महामारी की चपेट में है। वायरल फीवर से पीडि़त है 'सरकारी मशीनरी'। इस आपदा का असर विभिन्न सरकारी विभागों में में साफ नजर आ रहा है। आई नेक्स्ट की पड़ताल में निकलकर आया कि विभिन्न विभागों में काफी कर्मचारी मेडिकल लीव पर हैं।

जिला मुख्यालय

कलक्ट्रेट स्थित प्रशासनिक कार्यालयों में सन्नाटा पसरा था। प्रशासनिक अधिकारी श्याम सुंदर वर्मा ने बताया कि कार्यलय में तैनात करीब 72 कर्मचारियों में से 14 कर्मचारी बुखार के चलते छुट्टी पर हैं। कई तो ऐसे कर्मचारी हैं तो काम की अधिकता के चलते दवा खाकर दफ्तर में बैठ रहे हैं।

विकास भवन

मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय में तैनात 47 कर्मचारियों में से 5 छुट्टी पर हैं जबकि 7 कर्मचारी ऐसे हैं जो बीमारी के बाद दफ्तर में काम कर रहे हैं। समाज कल्याण विभाग में तैनात 50 में से 10 कर्मचारी बीमार हैं जबकि जिला विकास अधिकारी कार्यालय में तैनात 26 कर्मचारियों में से 6 बीमार हैं, कई कर्मचारियों ने गुरुवार को ही लंबी बीमारी के बाद ज्वाइन किया है।

नगर निगम

नगर निगम के विभिन्न विभागों में सफाईकर्मियों के अतिरिक्त 500 कर्मचारी हैं, जिसमें से 30 कर्मचारी बीमार हैं। कैंट बोर्ड में तैनात 350 कर्मचारियों में से 30 कर्मचारी मेडिकल लीव पर चल रहे हैं।

एजुकेशन

सीसीएस यूनिवर्सिटी में 30 कर्मचारी, 20 प्रोफेसर और 10 असिसटेंड प्रोफेसर के मेडिकल लीव पर होने से कारण स्टडी और एडमिनिस्ट्रेशन धड़ाम है तो वहीं डीआईओएस कार्यालय में तीन कर्मचारी बीमारी के कारण छुट्टी पर हैं। संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय में 4 और रीजनल बोर्ड ऑफिस में 7 कर्मचारी अबसेंट हैं। बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात 70 कर्मचारियों में से 10 बीमारी के चलते मेडिकल लीव पर हैं।

मेडिकल कॉलेज

बुखार के मरीजों का इलाज कर रहा मेडिकल कॉलेज में 9 डॉक्टर बुखार की गिरफ्त में हैं, जबकि 19 कर्मचारी भी छुट्टी पर गए हुए हैं। जिला अस्पताल और महिला अस्पताल में भी कर्मचारी और डाक्टर छुट्टी पर हैं।

पीवीवीएनएल

पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम मुख्यालय ऊर्जा भवन में जहां 12 कर्मचारी बुखार के चलते छुट्टी पर चल रहे हैं, वहीं तीन अधिकारी भी चिकनगुनिया की गिरफ्त में हैं।

एमडीए

यहां तैनात 422 कर्मचारियों में से 23 कर्मचारी बुखार से पीडि़त हैं और मेडिकल लीव पर हैं।

पुलिस

एसएसपी ऑफिस में 7 कर्मचारी बीमार हैं जबकि थानों में 30 प्रतिशत फोर्स वायरल फीवर की चपेट में र्हैं। रोडवेज में तैनात 20 प्रतिशत कर्मचारी, ड्राइवर और परिचालक बीमार हैं।

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डीजीपी जावीद अहमद की ओर से एक एडवाइजरी जारी की गई है, निर्देशों के अनुपालन में सभी पुलिस कार्यालयों और थानों में तैनात पुलिसकर्मियों को फुल आस्तीन की शर्ट पहनने, मोजे और जूते पहनने के निर्देश दिए गए हैं। एडवाइजरी में मच्छरदानी के प्रयोग के अलावा कार्यालय और रेजीडेंस में एंटी लार्वा के छिड़काव के निर्देश भी हैं।

-जे। रविंद्र गौड़, एसएसपी, मेरठ

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वायरल फीवर की चपेट में विभिन्न विभागों में तैनात कर्मचारी हैं। सभी को बचाव के निर्देश दिए गए हैं। मच्छरजनित बीमारियों से बचने के लिए मच्छर न काटे इसके प्रयास करने चाहिए। सरकारी कार्यालयों में एंटी लार्वा के छिड़काव के निर्देश दिए गए हैं। बचाव के लिए एडवाइजरी भी जारी की जा रही है।

-बी। चंद्रकला, डीएम, मेरठ

स्कॉलरशिप के लिए भटक रहा हूं। विभाग में कर्मचारी छुट्टी पर चले जाने का हवाला देकर लोग चलता कर देते हैं।

-महेश कुमार, एमएड छात्र

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विभाग भवन के ज्यादातर विभागों में कर्मचारी छुट्टी पर हैं। कई दिनों से चक्कर काट रहा हूं किंतु काम नहीं हो पा रहा है।

-रवि गौतम, फरियादी

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समाज कल्याण विभाग में कई दिनों से छात्रवृत्ति के लिए चक्कर काट रहा हूं। कर्मचारी छुट्टी पर हैं।

-आशीष शर्मा, स्टूडेंट