-चिकनगुनिया के प्रकोप ने किया गुर्दे के मरीजों में किया इजाफा

-पेन किलर लेने से किडनी हुई प्रभावित, हॉस्पिटल्स में बढ़ी संख्या

Meerut । जिले में चिकनगुनिया और डेंगू के प्रकोप ने किडनी के मरीजों की संख्या बढ़ा दी है। यदि पिछले दो माह का रिकॉर्ड चेक करें तो किडनी के मरीजों की संख्या 50 प्रतिशत तक बढ़ गई है। ऐसे में किडनी के रोग में हुई बढ़ोतरी से लोगों में खौफ व्याप्त है।

क्या है मामला

दरअसल, जिले में 12 अगस्त से चिकनगुनिया और डेंगू का प्रकोप छाया है। हालांकि इस समय पिछले कुछ दिनों में इस जानलेवा बुखार में कमी देखने को मिली है, जबकि अगस्त और सितंबर में इस बुखार का प्रकोप लोगों के सर चढ़ा रहा है। आलम यह है कि चिकनगुनिया ने हर तीसरे घर को अपनी चपेट में लिए रखा।

पेन किलर से नुकसान

गुर्दा रोग विशेषज्ञों के अनुसार चिकनगुनिया में असहनीय दर्द होने के चलते अधिकांश मरीजों ने पेन किलर का सेवन कर लिया, जिसका सीधा असर गुर्दो पर पड़ा। अधिक मात्रा में पेन किलर्स का सेवन करने से गुर्दो की फंक्शिनिंग में प्रॉब्लम खड़ी हो गई, जिसने नई समस्या को जन्म दे दिया।

तीन तरह के पेशेंट

-पुराने पेशेंट (किडनी कमजोर)

-ट्रांसप्लांट पशेंट (किडनी कमजोर)

-नए पेशेंट (डायलेसिस)

कांप्लिकेशन लेकर आया बुखार

गुर्दा रोग विशेषज्ञ डॉ। संदीप गर्ग ने बताया कि इस बार का बुखार पिछले वर्षो की अपेक्षा में अधिक खतरनाक साबित हुआ। उन्होंने बताया कि डेंगू और चिकनगुनिया के कारण इस बार लोगों की बॉडी में मल्टीपल ऑर्गन प्रॉब्लम खड़ी हो गई। जिसकी चपेट में किडनी, लीवर, लंग्स व ब्रेन आ गया। डॉ। संदीप ने बताया कि बुखार का सबसे अधिक असर किडनियों पर पड़ा।

यूरिया ने बिगाड़ा खेल

डॉ। संदीप ने बताया कि बुखार के दौरान प्लेटलेट्स कम होने से बॉडी में यूरिया की मात्रा अत्यधिक बढ़ी। यूरिया अधिक बढ़ने का सीधा असर किडनियों पर पड़ा, जिससे उनमें कमजोरी आ गई और उनकी फंक्शिनिंग में परेशानी खड़ी हो गई।

50 प्रतिशत मरीज प्रभावित

गुर्दा रोग विशेषज्ञ और सर्जन डॉ। शालीन शर्मा ने बताया कि डेंगू ने पूरी बॉडी की फंक्शिनिंग को प्रभावित किया। जिसका सबसे अधिक असर किडनियों पर पड़ा। उन्होंने बताया कि डेंगू और चिकनगुनिया के कुल मरीजों में 50 प्रतिशत मरीजों को किडनी संबंधी समस्याएं सामने आई।

फैक्ट फीगर

कुल मरीज

डेंगू -- 173

चिकनगुनिया -- 823

कुल --996

किडनी प्रभावित --50 प्रतिशत

एक लाख किडनी पेशेंट

डॉ। शालीन शर्मा ने बताया कि शहर में एक लाख से अधिक लोगों को किडनी से संबंधित रोग हैं। ऐसे में इन मरीजों की संख्या 20 लाख की आबादी वाले शहर की कुल जनसंख्या का 5 प्रतिशत बैठती है। उन्होंने बताया कि बुखार आदि के केसों में किडनी संबंधी रोग होने का अंदेशा रहता है।

पिछले दो माह में किडनी संबंधी मरीजों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। डेंगू बुखार का असर किडनी समेत बॉडी के समस्त ऑर्गन पर पड़ता है।

-डॉ। शालीन शर्मा, सर्जन गुर्दा रोग विशेषज्ञ

अगस्त और सितंबर में किडनी की मरीज 50 प्रतिशत तक बढ़ गए। इसका सबसे बड़ा कारण डेंगू और चिकनगुनिया का प्रभाव रहा। बुखार से किडनी के पुराने मरीजों की हालत भी बिगड़ गई।

-डॉ। संदीप गर्ग, गुर्दा रोग विशेषज्ञ

डेंगू का असर सबसे अधिक किडनियों पर पड़ता है। ऐसे में पुराने व स्टेबल मरीजों के सामने संकट खड़ा हो जाता है। किडनी कमजोर वाले मरीजों की संख्या बढ़ जाती है।

-डॉ। तनुराज सिरोही, सीनियर फिजीशियन