तेज बुखार से दर्जनों की संख्या में लोग पीडि़त

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने वितरित की दवाएं

दूषित पेयजल से फैल रही संक्रामक बीमारियां

ALLAHABAD:

शहर के बाढ़ग्रस्त इलाकों में संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है। वर्तमान में बुखार के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मंगलवार को जिले के निचले इलाकों में भ्रमण कर मरीजों की जांच की और दवा का वितरण किया। डॉक्टरों का कहना है कि दूषित पेयजल से दिक्कत आ रही है।

आनन-फानन पहुंची टीम

मंगलवार को शहरी और ग्रामीण एरिया में दर्जनों लोगों के बुखार से पीडि़त होने की जानकारी के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीमें पहुंची। इनमें दारागंज बंधवा, बाढ़ चौकी, रामनगर, सिरसा, गंगानगर राजापुर, कोरांव आदि के निचले इलाकों में तीन दर्जन से अधिक बुखार के मरीज मिले। सभी की जांच कर उन्हें दवा वितरित की गई। विभाग की टीमें लगातार बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर रही हैं।

लौटते पानी ने बढ़ाई मुसीबत

गंगा-यमुना का जलस्तर कम होने के बाद जिले के तटीय इलाकों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कीचड़ और गंदगी के चलते मक्खी-मच्छर का प्रकोप बढ़ गया है। हैंडपंप और पाइपलाइन से गंदा पानी घरों में पहुंच रहा है। इसकी वजह से बाढ़ क्षेत्रों में संक्रामक रोग डायरिया, बुखार और मलेरिया का खतरा मंडराने लगा है। टीम की ओर से डायरिया के बचाव के लिए ओआरएस के पैकेट और मलेरिया के लिए दवाओं का छिड़काव शुरू कराया गया है। डीएम संजय कुमार ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर क्लोरीन टेबलेट बांटने का सख्त निर्देश दिया है।

बीमारी से बचाएगा ये तरीका

हैंडपंप या पाइप लाइन के पेयजल को पहले उबाल लें।

उबले पानी को ठंडा कर उसे सूती कपड़े से छानें।

एक बाल्टी पानी में एक क्लोरीन टेबलेट डालकर पीजिए।

बासी खाना और मार्केट से खुला पानी कतई न सेवन करें।

वर्जन

शहरी समेत ग्रामीण एरिया के निचले इलाकों का दौरा स्वास्थ्य विभाग की टीमें कर रही हैं। बुखार के मरीज अधिक सामने आ रहे हैं। दूषित पेयजल से बचाव की जानकारी दी जा रही है।

डॉ। एएन मिश्रा, जिला संक्रामक रोग अधिकारी