विशारतगंज: संदिग्ध बुखार से मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं रहा है। मझगवां के अतरछेड़ी में एक व्यक्ति की बुखार से मौत हो गई। वहीं शाही में भी मस्जिद के इमाम सहित एक महिला की भी बुखार से मौत हो गई। मझगवां विकासखण्ड गांव अतरछेड़ी में 20 दिनों से संदिग्ध बुखार फैला हुआ है। गांव के मुनेन्द्रपाल 45 वर्षीय की संदिग्ध बुखार के चलते सैटेरडे को मौत हो गई। अतरछेड़ी में इसके अलावा गांव के प्रधान एवं बीडीसी सदस्य सहित 20 से अधिक ग्रामीण बुखार से पीडि़त हैं। ग्रामीणों ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अभी तक किसी ग्रामीण की हाल जानने नहीं पहुंची।

नहीं पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम

विशारतगंज थाना क्षेत्र के गांव अतरछेड़ी में संग्दिध बुखार से दर्जनों ग्रामीण पीडि़त चल रहे है.सैटेरडे को संदिग्ध बुखार से गांव के मुनेन्द्रपाल बाल्मीकि पुत्र कृपाल की मौत हो गई.वह 7 दिनों से बरेली के एक निजी हास्पिटल में इलाज करवा रहा था,सैटेरडे को उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.ग्रामीणों ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग और सीएचसी मझगवां में लिखित शिकायत के बाद भी लेकिन किसी ने सुध नहीं ली.सभी ग्रामीण अपना इलाज निजी हास्पिटल में कराने को मजबूर है।

शाही में संदिग्ध बुखार से दो की मौत

शाही: कस्बा क्षेत्र के गांव चकदाह में मसजिद के इमाम सहित एक महिला की संदिग्ध बुखार से मौत हो गयी। मौलाना को 15 दिन से बुखार आ रहा था, वह बसी गांव की मसजिद में रहकर नमाज़ पढ़ाते थे.वह गांव के झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराते रहे, सैटेरडे को उनकी मौत हो गयी। वहीं गांव इकरार हुसैन की पत्नी शन्नो को तीन दिन से बुखार था। कस्बे में इलाज कराने पर फायदा न होने से परिजन उन्हें दूसरे अस्पताल लेकर जा रहे थे कि उनकी रास्ते में ही मौत हो गयी.मृतका शन्नो के बेटे बादशाह ने बताया कि उसे पिता की 1 साल पहले ही सड़क हादसे में मौत हो चुकी है.बादशाह ने बताया कि परिवार में वह अब अकेला ही बचा है।