- वीसी का केजीएमयू में स्पो‌र्ट्स एक्टिविटी को बढ़ावा देने का एलान

- आज से ब्राउन हाल में लाइव दिखाया जाएगा फीफा व‌र्ल्ड कप

- सनडे को स्टूडेंट, रेजीडेंट और फैकल्टी को दिखाई जाएगी मूवी

sunil.yadav@inext.co.in

LUCKNOW: केजीएमयू के मेडिकोज, रेजीडेंट डॉक्टर्स और फैकल्टी मेम्बर्स के लिए अच्छी खबर है। वीसी प्रो रविकांत ने उनके लिए एक साथ, एक ही जगह पर गेम्स और मूवीज देखने का इंतजाम कर दिया है। इससे उन्हें न तो बाहर मूवी देखने जाना पड़ेगा और न ही क्लास बंक मारकर गेम्स देखना पड़ेगा।

वीसी ने दिए आदेश

वीसी प्रो रविकांत ने डीन स्टूडेंट वेलफेयर और एथलेटिक एसोसिएशन के प्रेसीडेंट प्रो। एपी टिक्कू को पत्र लिखकर मेडिकोज के लिए फीफा व‌र्ल्ड कप, विम्बलडन, क्रिकेट व‌र्ल्ड कप सहित सभी इंटरनेशनल गेम्स टूर्नामेंट को लाइव दिखाने का निर्देश जारी किया है। इसके तहत प्रो। एपी टिक्कू फ्राइडे से प्रशासनिक भवन स्थित ब्राउन हॉल में इसकी व्यवस्था कर दी है।

संडे को दिखाई जाएगी मूवी

प्रो। एपी टिक्कू ने बताया कि गेम्स हमें फिजिकली और मेंटली मजबूत बनाते हैं। इससे स्टडी में कन्संट्रेशन होता है। उन्होंने बताया कि ब्राउन हॉल में हर संडे को लेटेस्ट मूवी भी दिखाई जाएगी। यह सभी के लिए ओपेन होगी। रेजीडेंट फैकल्टी का भी पूरा स्वागत है। वे आकर फिल्मों का लुत्फ उठा सकते हैं। इसके लिए शुक्रवार को नोटिस जारी कर दी जाएगी।

बाद में कन्वेंशन सेंटर में होगी व्यवस्था

प्रो। टिक्कू ने बताया कि ब्राउन हाल में लोगों का मेडिकोज व डॉक्टर्स का रिस्पांस देखा जाएगा। अगर ज्यादा लोग आते हैं तो साइंटिफिक कन्वेंशन में क्000 की क्षमता वाले हॉल को इसके लिए खोल दिया जाएगा ताकि एसी में सभी एंज्वाय कर सकें । यह सारी व्यवस्था एथलिटिक एसोसिएशन के तहत की जाएगी। उन्होंने बताया कि केजीएमयू के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है कि टीचर्स और स्टूडेंट एक साथ बैठकर गेम्स और मूवीज का मजा लेंगे। इसके लिए स्पो‌र्ट्स डायरेक्ट्रेट से क्0 लाख रुपए सालाना फंड की डिमांड की जाएगी।

बनेगा बास्केट बॉल कोर्ट

वीसी ने इसके साथ ही एसपी ग्राउंड बॉस्केट बॉल का कोर्ट बनाने के भी आदेश दिए हैं। ग्राउंड में नाइट में लाइट की भी व्यवस्था कर दी है, जिसमें छात्र-छात्राएं रात में भी गेम्स खेल सकेंगे। ग्राउंड के हरा-भरा रखने के लिए भी स्प्रिंकलर लगाया जा रहा है।

कभी केजीएमसी बनता था चैम्पियन

केजीएमयू में म्0-70 के दशक में गेम्स की हालत बहुत अच्छी थी। क्रिकेट और एथलेटिक्स में केजीएमयू की टीम हमेशा नेशनल लेवल पर चैम्पियन होती थी। डेंटल के प्रो। एपी टिक्कू एक समय लगातार ख्0 साल तक अपनी टीम के कैप्टन भी रहे हैं, लेकिन समय के साथ ही केजीएमयू में गेम्स का स्तर गिरता चला गया। यूनीवर्सिटी बनने के बाद ज्यादा बढ़ावा नहीं दिया। वीसी चूंकि केजीएमयू से ही पढ़े हैं इसलिए उन्होंने यहां पर फिर से गेम्स को बढ़ावा देने की ठानी है।