भारतीय सांस्कृतिक केंद्र की ओर से आयोजित त्रिधारा नाट्य महोत्सव का पांचवां दिन

ALLAHABAD: भारतीय सांस्कृतिक केंद्र की ओर से आयोजित त्रिधारा नाट्य महोत्सव के पांचवें दिन दो नाटकों की प्रस्तुति हुई। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के सभागार में मयूर रंगमंच की ओर से पहली नाट्य प्रस्तुति शशिकांत शर्मा निर्देशित नाटक 'अशोक का कुआं' की हुई।

प्ले के जरिए दिखाया कि आज का समाज किस कदर भ्रष्टाचार रूपी समस्या से त्रस्त है। आम आदमी जीवन भर परेशानियों से जूझता रहता है क्योंकि समाज रूपी नाव स्वार्थ, धन का लालच व दिखावे में आकंठ डूब चुका है। नाटक में संजना शुक्ला, रजत उपाध्याय, अनुज सिंह व अरुण कुमार सिंह के अभिनय को दर्शकों की सराहना मिली। बादल सरकार लिखित नाटक 'तीसवीं शताब्दी' का निर्देशन शांभवी ने किया। यह नाट्य प्रस्तुति युद्ध के खिलाफ जाकर शांति की अपील करता दिखाई दिया।