- मुम्बई की एक एनजीओ ने मेरठ में खोल रखा था ऑफिस

- एनजीओ के दान करने के नाम पर व्यापारियों से सामान लिया

- व्यापारियों को दिए चेक हो गए बाउंस, डीआईजी से की शिकायत

Meerut:मुम्बई की एक एनजीओ पर वेस्ट यूपी के व्यापारियों ने पचास करोड़ रुपये ठगी करने का आरोप लगाया है। व्यापारियों ने इस संबध में रेलवे रोड थाने में तहरीर दी और फिर शाम को डीआईजी से शिकायत कर एनजीओ के कर्मचारी और अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की।

क्या है मामला

रेलवे रोड थाना एरिया के रानी मिल में मुम्बई का एक मैसर्स सेव एनिमल वेलफेयर सोसाइटी के नाम से एनजीओ का ऑफिस था, जिसमें एक पूनम नाम की युवती काम करती थी। व्यापारी विकास कुमार और आलोक मल्होत्रा ने आरोप लगाया कि एनजीओ ने दान करने के नाम पर सभी प्रकार का इलेक्ट्रानिक सामान और खाद्य सामान वेस्ट यूपी के व्यापारियों से लिया, जिसका पेमेंट चेक से करने की बात कही थी। चेक लेकर बैंक में भुनाने के लिए गए व्यापारियों का चेक बाउंस हो गया, जब ऑफिस में जाकर संपर्क करने की कोशिश की गई तो वहां ताला लटका हुआ था। व्यापारियों की माने तो वेस्ट यूपी के काफी संख्या में व्यापारियों से पचास करोड़ रुपये का माल हड़प लिया। डीआईजी ने इस संबध में जांच के बाद कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।

कॉलेज प्रिंसीपल पर मारपीट का आरोप

Meerut : एनएएस कॉलेज के वरिष्ठ लिपिक व अन्य कर्मचारियों ने प्रिंसीपल पर अभद्र व्यवहार व मारपीट करने का आरोप लगाया है। कॉलेज में कार्यरत वरिष्ठ लिपिक सुरेंद्र पाल सिंह का आरोप है कि वे शुक्रवार सुबह लाइब्रेरी के बुक लिफ्टर उमा शर्मा व जय प्रकाश के साथ फॉर्म क्म् में हुई गड़बड़ी का सुधार कराने के लिए स्टेनो के पास गए थे। उसी दौरान अपने कार्यालय से निकले प्रिंसीपल उन्हें गाली देते हुए गिरेबान पकड़कर कार्यालय से बाहर निकाल दिया। इसके विरोध में कर्मचारी काफी देर तक कालेज के गेट पर प्रिंसीपल के खिलाफ धरने पर बैठे रहे। प्रिंसीपल पर पहले भी कर्मचारियों के साथ दु‌र्व्यवहार के आरोप लगे हैं। इस बारे में प्रिंसीपल वीके गौतम का पक्ष जानने के लिए उनसे कर बार फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।