- एक टीचर ने लगाया दूसरी पर थप्पड़ मारने का आरोप

- शिक्षिका ने एग्जाम के दौरान छात्राओं की कॉपी फाड़ी

आगरा। थाना हरीपर्वत क्षेत्र में बाग मुजफ्फर खां स्थित एक ग‌र्ल्स इण्टर कॉलेज में दो शिक्षिकाओं के बीच पद को लेकर ठन गई। शुक्रवार को परीक्षा के दौरान एक शिक्षिका ने दूसरे के तमाचा जड़ दिया, तो दूसरी ने छात्राओं की कॉपियां फाड़ दी। इसी के बाद दोनों शिकायत लेकर थाना हरीपर्वत पहुंच गई। दोनों ने मामले में एक-दूसरे के खिलाफ तहरीर दी है।

पद को लेकर चल रहा संघर्ष

बाग मुजफ्फर खां में मुरारी लाल खत्री ग‌र्ल्स इण्टर कॉलेज है। पिछले कई सालों से कॉलेज में प्रधानाचार्या के पद के लिए घमासान चल रहा है। दो शिक्षिकाएं इस पद के लिए दावा कर रही है। सेक्टर-7 आवास विकास कॉलोनी निवासी पकेंद्र कुमारी पत्नी महेंद्र कुमार का दावा है कि वह प्रधानाचार्या है, जबकि बाग मुजफ्फर खां निवासी उर्मिला टुंडेलकर का दावा है कि वह प्रिंसिपल हैं। शुक्रवार सुबह इण्टर का नैतिक शिक्षा का पेपर चल रहा था। वहां उर्मिला टुंडेलकर मौजूद थीं। नौ बजे पकेंद्र कुमारी कॉलेज में आई। उनके हाथ में एक फाइल थी। पकेंद्र कुमारी ने परीक्षा पर आपत्ति की। इनका कहना था कि बिना प्रधानाचार्या के अनुमोदन पर परीक्षा कैसे हो सकती है। इनका आरोप है कि उस दौरान उर्मिला टुंडेलकर आई और उनके गाल पर तमाचा जड़ दिया। हाथ में लगी फाइल छीन कर फाड़ दी। फाइल में अ‌र्द्धवार्षिक परीक्षा कार्यक्रम था।

हमले का लगाया आरोप

वहीं, उर्मिला टुंडेलकर का आरोप है कि पकेंद्र कुमारी ने आते ही गाली-गलौज शुरू कर दी। उस दौरान बच्चे परीक्षा दे रहे थे। आरोप है कि शिक्षिका ने बच्चों की कॉपियां फाड़ दीं। पकेंद्र कुमारी ने हमला कर दिया। उर्मिला के हाथ पर चोट के निशान हैं। शिक्षिका पूनम पालीवाल व पूनम गुप्ता ने उन्हें बचाया। घटना के बाद दोनों शिक्षिकाएं थाना हरीपर्वत पहुंचीं। एक दूसरे पर आरोप लगाने शुरू कर दिए। पकेंद्र कुमारी का कहना था कि जुलाई 2015 को प्रधानाचार्या के पद पर कमेटी के लोगों ने नियुक्त किया है। वह 35 साल से यहां पर शिक्षिका हैं। जबकि उर्मिला टुंडेलकर के मुताबिक इनका मामला कोर्ट में चल रहा था। कोर्ट ने उनक हक में फैसला दिया और फरवरी 2016 को उन्हें प्रधानाचार्या नियुक्त किया गया। दोनों एक दूसरे को प्रवक्ता बता रही थीं। कॉलेज में चार क्लासों में परीक्षा चल रही थी। 100 से अधिक बच्चों की कॉपी फाड़ी गई थी। घटना के बाद परीक्षा स्थिगित कर दी गई।

मैनेजमेंट पर लगाया आरोप

उर्मिला टुंडेलकर के मुताबिक वह कार्यवाहक प्रधानाचार्या है। उन्हें आयोग ने नियुक्त किया है। स्कूल में बच्चों से अवैध वसूली और भर्ती के नाम पर भी वसूली चलती है। वह इसका विरोध करती हैं। मैनेजमेंट इस विरोध को लेकर उनके खिलाफ है। मैनेजर ने पकेंद्र कुमारी को इसी के चलते छूट दे रखी है। मैनेजमेंट ने उन्हें प्रधानाचार्या बना दिया।