आगरा। संघ कार्यकर्ता और एसआई के बीच हुए विवाद के दौरान फायरिंग और पथराव हो गया, लेकिन पुलिस इस मामले में सत्ता के दबाव में झुकती दिखी। बीजेपी पदाधिकारी थाने पहुंच गए। संघ और भाजपा नेता थाने पर पहुंच गए। धरना प्रदर्शन के साथ भगवान टॉकीज रोड जाम कर दिया गया। पुलिस ने जब तक पकड़े गए छह लोगों को थाने से नहीं छोड़ा, भगवा खेमे के नेता पीछे नहीं हटे। हालांकि एसआई की पत्‍‌नी का कहना है कि पुलिस ने उनकी तहरीर तक नहीं ली।

मंदिर के पास है दोनों के मकान

रोशन बाग में शिव शक्ति धाम मंदिर है। यहां तड़के से साउंड बजता है। पास ही जीआरपी में तैनात एसआई मुकेश गौतम परिवार के साथ रहते हैं। मंदिर के पीछे आरएसएस महानगर कार्यवाहक अरविंद चौहान का घर है। एसआई मंदिर में सेवा भी करते हैं। सुबह अरविंद शाखा कर लौटे। उनके साथ अन्य संघी भी थे। अरविंद चौहान ने मंदिर में जूते पहनकर साउंड बजाने का विरोध किया। पुजारी मनोज पांडेय डेक बंद करने को तैयार तो हो गए लेकिन जूते पहनकर आने पर टोक दिया। वहीं सफाई कर रहे एसआई मुकेश गौतम ने भी टोका। तभी दोनों के बीच गाली-गलौज और खींचतान होने लगी।

दोनों ने लगाए एक दूसरे पर आरोप

एसआई की पत्‍‌नी कुसुमलता के मुताबिक इसके बाद अरविंद पक्ष के साथ 50-60 अन्य लोग घर के सामने आ गए। लोगों ने उनके घर पर पथराव किया। फायरिंग कर दहशत फैला दी। पुलिस मौके पर पहुंची। अरविंद सहित छह लोगों को थाने उठा लाई। यहां भाजपा के अन्य कार्यकर्ता पदाधिकारी भी पहुंच गए। अरविंद पक्ष का कहना था कि उन्होने कोई पथराव नहीं किया है। एसआई ने एक फायर घर के अंदर तो दूसरा फायर बाहर किया। पुलिस उन्हें उठाकर ले गई। थाने में सभी पुलिसकर्मी एक हो गए। अरविंद पक्ष के साथ मारपीट कर दी।

घंटों चला हंगामा समझौते के बाद शांत

थोड़ी देर बाद विधायक जगन प्रसाद गर्ग, विधायक रामप्रताप चौहान, भाजपा प्रदेश सह कोषाध्यक्ष नवीन जैन समेत भाजपा और संघ के अन्य पदाधिकारी थाने पहुंच गए। कुछ कार्यकर्ता थाने में धरने पर बैठ गए, तो कुछ ने घेराव कर हंगामा शुरू कर दिया। इससे भगवान टॉकीज रोड जाम हो गया। दोपहर 12 बजे तक थाने पर चले हंगामे के बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया। पुलिस एसआई मुकेश गौतम को थाना सिकंदरा ले गई। यहां पर दोनों पक्षों में बातचीत हुई और किसी ने किसी के खिलाफ कोई तहरीर नहीं दी।

थाने पर पुलिस से अभद्रता

सुनकर चौंकना लाजिमी है लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं पर ये आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने संघ पदाधिकारी समेत छह लोगों को छुड़ाने के लिए पुलिस पर काफी दबाव बनाया। यहां तक कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने थाने में मर्यादाओं को तार-तार करते हुए हंगामे के साथ पुलिस के साथ अभद्रता भी की। गाली-गलौज तक की गई।

उच्चाधिकारी से करेंगे शिकायत

एसआई मुकेश गौतम की पत्‍‌नी कुसुमलता का कहना था कि पुलिस उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रही। पुलिस ने उनकी तहरीर नहीं ली। यदि उनकी सुनवाई नहीं हुई तो वह उच्चाधिकारियों का दरवाजा खटखटाएंगे। इधर, एसआई का कहना है कि उसने समझौता नहीं किया है। उसकी तहरीर पर मुकदमा दर्ज न हुआ, तो वह कॉलोनी के लोगों के साथ मुख्यमंत्री से मिलेंगे।

वर्जन

इस मामले में दोनों पक्ष से किसी की तहरीर नहीं आई है। तहरीर आने पर कार्रवाई की जाएगी।

डॉ। प्रीतिंदर सिंह, एसएसपी